शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन
9 साल की उम्र में घर त्याग कर 19 की उम्र में देश का क्रांतिकारी साधु बने थे। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेकर अग्रणी भूमिका निभाई जाने के कारण उन्हें क्रांतिकारी साधु की उपाधि दी गई थी। उनके निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है।