पति ने नवविवाहिता गर्भवती पत्नी को मारी गोली, हत्या के आरोप में पति गिरफ्तार
बड़कागांव। नवविवाहिता गर्भवती पत्नी को पति द्वारा गोली मारकर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। घटना थाना क्षेत्र के नापोखुर्द गांव का 27 सितंबर रात लगभग 10 बजे की है। प्राप्त समाचार के अनुसार नापोखुर्द निवासी बिंदेश साव के पुत्र शशि कुमार एवं परिजनों द्वारा पूजा कुमारी को गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस मामले में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए शशि कुमार का कहना है कि गांव के बरबनिया निवासी बिल्ली कुमार ने एक रिवाल्वर रखने के लिए दिया था जिसे रात को अपने घर में चेक करने के दौरान शूट हो गया और मेरी पत्नी को गोली लग गई। गोली लगते ही बड़कागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां से हज़ारीबाग़ रेफर कर दिया गया। लेकिन सदर से भी गंभीरता को देखते हुए रेफर कर देने के बाद रास्ते में मृत्यु हो गई और शव को अपने घर ले आया। घटना की सूचना पाकर पूजा कुमारी के मायके वाले ने शशि कुमार के घर पहुंच कर हो हंगामा करते हुए घरेलू सामान को तोड़फोड़ एवं घर का सभी सामान निकाल कर बाहर दरवाजे पर आग के हवाले कर दिया। साथ ही शशि कुमार को पकड़ कर मारपीट की जा रही थी कि इसी बीच पुलिस को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर शशि कुमार को हिरासत में ले लिया गया। सुबह होते ही पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया गया। इधर पूजा कुमारी के पिता रिंकू साव द्वारा आवेदन देकर हत्या के कारण दहेज बताया गया है। आवेदन में कहा गया है कि मेरी पुत्री का विवाह हिंदू रीति रिवाज से शशि कुमार के साथ 15 जून 22 को बड़े ही धूमधाम के साथ की गई थी। शादी के 1 माह बाद मेरी पुत्री एवं हमसे ससुराल वाले द्वारा 6 लाख दहेज मांगा जाने लगा नहीं देने पर पुत्री के साथ मारपीट की जाने लगी। 27 सितंबर की रात को पूर्व से षड्यंत्र रच कर शशि कुमार, शशि के पिता बिंदेश साव, मां हीरा देवी, भाई विक्रम कुमार एवं प्रवीण महतो पिता देवकी महतो ग्राम गंगादोहर थाना बड़कागांव सहित अन्य अज्ञात लोगों द्वारा मिलकर पूजा कुमारी को मारपीट करते हुए बेहोश कर देने के बाद गोली मारकर हत्या कर देने का आरोप लगाया गया है। आवेदन में ग्रामीणों को शशि कुमार के घर से एक खोखा मिलने की भी बात कहीं गई है। वहीं ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि शशि कुमार द्वारा घटना का अंजाम देने एवं पत्नी को अस्पताल से लाने के बाद साक्ष्य छुपाने का हर संभव प्रयास किया गया जिसके तहत खून से लथपथ कपड़े को धो दिया गया साथ ही साथ दीवाल में खून के छीटें को भी धोने का प्रयास किया गया। घटना के बाद शशि कुमार का माता- पिता एवं भाई घर से फरार हो गए।