आज आर्यिका 105 प्रतिभा मति माताजी ने केशलोच किया
प्रमोद खंडेलवाल
लोक कल्याण महामंडल विधान एवं विश्व शांति यज्ञ के चौथे दिन, प्रातः परम पूज्य आर्यिका 105 प्रतिभा मति माताजी एवं आर्यिका 105 सुयोग मति माताजी के सानिध्य में समवसरण परिसर में चार गंधकुटियो में तीर्थंकर प्रतिमाओं का अभिषेक किया गया। सोधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य राजकुमार दिलीप कुमार ( मुन्ना) टोंग्या को प्राप्त हुआ। शांति धारा करने का अवसर, सोधर्म इंद्र, सुनील विनायका ,अरुण वोहरा ,निर्मल विनायका, ललित विनायका ,राजेश पाटोदी ,संजय पाटनी और ललित लुहाड़िया को प्राप्त हुआ। माताजी ने अपने प्रवचन में कहां, भौतिक पदार्थों से क्षणिक सुख प्राप्त होता है, अध्यात्म हमें सुख से अनंत सुख की ओर ले जाता है ।हमें सत कार्यों की प्रभावना करनी चाहिए। पूजा ,विधान आदि के माध्यम से लोगों को धर्म से जोड़ना चाहिए । गुनी जनों की संगति करनी चाहिए,पर वस्तुओं से ममत्व हटाना चाहिए । आज आर्यिका 105 प्रतिभा मति माताजी ने केशलोच किया। जैन दर्शन के अनुसार आर्यिका माता जी को प्रत्येक 2 माह से 4 माह तक के अंदर सर के संपूर्ण बालों को हाथों से उखाड़ना पड़ता है, जिसे कैशलोच कहते हैं, इस कष्ट को वे सहजता से सहती है, धन्य है इनका परिषह ,साथ ही उस दिन उनका उपवास रहता है। आज के विधान का संचालन पंडित दीपक शास्त्री तथा पावन वर्षा योग के मुख्य संयोजक निर्मल गंगवाल ने किया। कल विधान समाप्ति के उपरांत समस्त विश्व में शांति हेतु, विश्व शांति महायज्ञ होगा। आज माता जी को शास्त्र भेंट करने का अवसर कांता सेठी अंजू सेठी तथा जिनवाणी ग्रुप को प्राप्त हुआ संध्या में महा आरती करने का अवसर प्रतिक्रमण ग्रुप को प्राप्त हुआ महा आरती का दीपक बड़ा बाजार जैन मंदिर जी से गाजे-बाजे के साथ निकला गया, जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए समवसरण स्थल ,बड़म बाजार जैन मंदिर जी में आया।