पीएम लीज ट्रस से गलतियां हुई हम उसे सुधारेंगे, देश अभी मुश्किल दौर में- ऋषि सुनक
जिस ब्रिटेन ने भारत पर 200 वर्ष राज किया आज दिपावली पर उसी ब्रिटेन के भारतीय मूल के ऋषि सुनक बने पीएम
किंग चालर्स तृतीय ने सौपा प्रधानमंत्री बनने का अधिकृत लेटर
भारतीय मूल के ऋषि सुनक इतिहास रचते हुए यूके के नए प्रधानमंत्री होंगे. ऋषि सुनक ने पेनी मोरडॉन्ट को मात देते हुए जीत हासिल की है. ऋषि सुनक को 180 से ज्यादा सांसदों का समर्थन मिल रहा था, जबकि पेनी मोरडॉन्ट समर्थन में काफी पीछे रह गई थीं, जिसके बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। मालूम हो कि 45 दिनों तक ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद एक बार फिर चुनाव कराए गए थे। जिसमें शुरू से ही ऋषि सुनक को मजबूत दावेदार माना जा रहा था. जिसमें उन्होंने लगभग 200 सांसदों के समर्थन के बदौलत जीत दर्ज की
सोमवार को पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन भी प्रधानमंत्री बनने की दौड़ से खुद ही बाहर हो गए, जिसके बाद यह तय हो गया था कि अब चुनाव ऋषि सुनक के ही पाले में चला गया है. ब्रिटेन की राजनीति के लिए भी यह बड़ा दिन है, क्योंकि पिछले तीन महीने में ही ऋषि सुनक ऐसे तीसरे शख्स हैं, जो देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. सबसे पहले बोरिस जॉनसन ने अपना इस्तीफा दिया था, जिसके बाद लिज ट्रस ऋषि सुनक को चुनाव हराकर कुर्सी पर बैठ गई थीं. हालांकि, उन्हें भी ज्यादा दिन सत्ता नसीब नहीं हुई और 45 दिनों में ही इस्तीफा देना पड़ गया.
उसके बाद से ही एक बार फिर ऋषि सुनक रेस में शामिल हुए और इस बार उन्हें जीत भी मिल गई.भारत के लिए ऋषि सुनक का जीतना किसी दिवाली गिफ्ट से कम नहीं है…
दुनिया के शक्तिशाली देशों में गूंजेगा भारतवंशियों का डंका; सुनक भी इसमें हों जाएंगे शामिल
ताजपोशी के साथ सुनक उन चुनिंदा भारतवंशी दिग्गजों में शामिल हो जाएंगे जो दुनिया के बड़े लीडर हैं। सुनक से पहले दुनिया के टॉप लीडरों में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी शामिल हैं।
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के रूप में भारतवंशी ऋषि सुनक का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा है। हालांकि उनकी प्रतिद्वंद्वी पेनी मॉर्डंट कम सांसदों के समर्थन के बावजूद हार मानने को तैयार नहीं है। संभव है कि आज ही ऋषि सुनक की ताजपोशी का ऐलान हो जाएगा। ब्रिटेन के इतिहास में यह पहली दफा होगा जब कोई भारतीय मूल का शख्स यूके की सत्ता संभालेगा। इसी ताजपोशी के साथ सुनक उन चुनिंदा भारतवंशी दिग्गजों में शामिल हो जाएंगे जो दुनिया के शक्तिशाली देशों में सत्ता संभाले हुए है। सुनक से पहले दुनिया के टॉप लीडरों में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी शामिल हैं। हैरिस के अलावा वो दो लीडर और हैं जिनके नाम का दुनिया में डंका बोलता है।
कमला हैरिस
हैरिस वर्तमान में जो बाइडेन के नेतृत्व वाली सरकार में संयुक्त राज्य अमेरिका की दूसरी नंबर की नेता हैं। वो अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी से ताल्लुक रखने वाली कमला हैरिस अमेरिकी इतिहास में पहली महिला उपाध्यक्ष बनीं। मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली कमला हैरिस इससे पहले 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
प्रविंद जगन्नाथ
दुनिया के बड़े नेताओं में एक और भारतीय प्रविद जगन्नाथ हैं। प्रविद मौजूदा वक्त में मॉरिशस के प्रधानमंत्री हैं। कैबिनेट में कई प्रमुख पदों पर रहने के बाद प्रविंद कुमार जगन्नाथ को सर्वसम्मति से मॉरीशस के प्रधान मंत्री चुना गया था। उनका जन्म ला कैवर्ने में एक भारतीय परिवार के घर हुआ था।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे और पहली बार ऐसा हो रहा है, जब भारतीय मूल का कोई व्यक्ति ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होगा। ऋषि सुनक भारत के मशहूर उद्योगपति नारायण मूर्ति के दामाद हैं, जो इंफोसिस के सह-संस्थापक हैं। ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनना पूरे भारत के लिए गर्व की बात है और नारायण मूर्ति ने अपने दामाद के ब्रिटिश पीएम बनने पर उन्हें बधाई दी है और गर्व जताया है।
क्या कहा ससुर नारायण मूर्ति ने
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने अपने दामाद ऋषि सनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाए जाने पर अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि,’हमें उन पर गर्व है और उनकी सफलता की कामना करते हैं।’ आपको बता दें कि, सिर्फ 42 साल की उम्र में ही ऋषि सुनक ने रविवार को कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व करने की दौड़ जीत ली है और अब वह ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। उनके पास ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने का कार्यकाल 2 सालों तक होगा। संसद में इस वक्त ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को प्रचंड बहुमत प्राप्त है। हालांकि, ऋषि सुनक के लिए मौजूदा वक्त में देश की बदहाल अर्थव्यवस्था को संभालना आसान नहीं होगा। वहीं, नारायण मूर्ति ने कहा कि, ‘हमें विश्वास है कि वह यूनाइटेड किंगडम के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’ आपको बता दें कि, एक फार्मासिस्ट मां और डॉक्टर पिता के बेटे ऋषि सुनक की पढ़ाई इंग्लैंड के सबसे प्रसिद्ध स्कूलों में से एक पहले विनचेस्टर और फिर ऑक्सफोर्ड में हुई है। उन्होंने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक में तीन साल काम कियआ और बाद में कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड से एमबीए किया, जहां उनकी मुलाकात इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई।