आपदा मित्र टीम शैक्षणिक गतिविधियों को दिया विस्तार
अनुठी योजनाओं का कर रहे संचालन
विदेशों में कार्यरत वोलेंटियर ले रहे आन लाईन शिक्षा
पुस्तकालय का निर्माण, दो सौ बच्चों को निश्शुल्क कंप्यूटर, गणित, अंग्रेजी और विज्ञान की शिक्षा
डेढ साल से सहायता का पर्याय बना आपदा मित्र एंबुलेंस
कोरोना काल में 160 दिनों तक एक लाख प्रवासियों को भोजन, आक्सीजन सिलेंडर, दवा से किया मदद
विशिष्ट तिथियों पर बिरहोर परिवारों को भोजन, गर्म कपड़े से करते हैं सहयोग
चौपारण के युवाओं की टीम जो देश विदेश में कार्यरत कर रहे आर्थिक सहयोग
डीएसपी, बीडीओ, प्रशासनिक अधिकारी, युवा व्यवसायी तथा विदेशों में कार्यरत स्थानीय युवाओं के सौजन्य से सामाजिक गतिविधियों का आयोजन
माटी का फर्ज के नाम से संचालित हो रहे अनुठे कार्यक्रम
द जोहर टाइम्स
कोरोना काल के पहले फेज में 25 मार्च 2020 से अस्तित्व में आये आपदा मित्र टीम बीते ढाई सालों से क्षेत्र में सामाजिक दायित्वों के निर्वाहन में उच्च सहयोग कर रहे हैं। जानकारी हो कि कोरोना के पहले फेज में जब लाकडाउन का पहला फेज आरंभ हुआ था तो जीटी रोड पर पैदल हजारों प्रवासियों का आगमन आरंभ हो गया था।
स्थानीय प्रशासन के मदद को आगे आये इस टीम का नामांकरण तत्कालीन बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव ने किया था। उस दौरान आपदा मित्र से जुड़े युवाओं की टोली ने प्रधानमंत्री के जनसहयोग के आह्वान के साथ पहले चरण में लगातार 109 दिनों तक भोजन की सेवा की। दूसरे फेज में जब बीमारी मारक सिद्ध होने लगी तथा लोग घरों में सहायता की आस में दुबके थे तो प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आपदा मित्रों ने सहयोग के दायरे का विस्तार किया।
लगातार लगभग चालीस दिनों तक भोजन की व्यवस्था के साथ,आक्सीजन सिलेंडर, दवा, मास्क, ग्लब्स आदि से लोगों की सहायता की। इस दौरान एक लाख से अधिक प्रवासियों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों, अत्यंत गरीब बिरहोर परिवारों तक प्रतिदिन भोजन पहुंचाया। हर विशेष अवसरों पर अभी भी इनके बीच भोजन वितरित करते हैं। ठंड के दिनों में गरम कपड़े, कंबल आदि का वितरण लगातार जारी है।
कोरोना के दौरान क्षेत्र में एंबुलेंस की कमी के कारण कई प्राण असमय चले गए। इससे सबक लेते हुए आपदा मित्रों ने एंबुलेंस खरीद कर जनसेवा को समर्पित कर दिया। आज यह एंबुलेंस सहायता का पर्याय बन गया है। अभी तक हजार से अधिक मरीज को सहायता पहुंचाई गई है। इसमें भी केवल पेट्रोल खर्च पर सेवा उपलब्ध रहती है। वहीं अति गरीब को निश्शुल्क सेवा दी जा रही है।
कोरोना के बाद आपदा मित्रों ने क्षेत्र में शैक्षणिक गतिविधियों को सुधारने के लिए अनुठा प्रयास आरंभ किया। इसके तहत सरकारी और सरकारी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में निश्शुल्क आन लाईन मोटिवेशनल क्लास आरंभ किया गया। इसमें देश विदेश से कई वोलेंटियर सामने आकर क्लास लेते हैं।
आपदा मित्र पुस्तकालय का स्थापना किया जिससे छात्रों को काफी सहुलियत मिल रही है। पुस्तकालय में ही 180 सरकारी विद्यालयों के बच्चों को निश्शुल्क कंप्यूटर, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की शिक्षा उपलब्ध करवाया जा रहा है।
अमेरिका से आन लाईन क्लास लेते हैं कोलकाता के सृजन दास
आपदा मित्रों द्वारा शहीद भगत सिंह उच्च विद्यालय, अमौली अपूर्वा उच्च विद्यालय, माडल स्कूल सहित आधे दर्जन विद्यालयों में बीते एक साल से लगातार आन लाईन क्लास जारी है। इसका श्रेय कोलकाता निवासी सृजन दास को जाता है। सृजन अमेरिका में मल्टी नेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। वे गीतांजलि डाट ओआरजी के साथ मिलकर देश के कई राज्यों में कई प्रमुख शिक्षाविदों के साथ मिलकर निश्शुल्क सेवा दे रहे हैं।
चौपारण में उन्हें रवि सिंह का सहयोग मिलता है। सृजन दास हर शुक्रवार और शनिवार को बीते एक साल से बच्चों को आधुनिक जानकारी मुहैया करा रहे हैं। उनके इस सेवा से लगभग हजार बच्चों को मदद मिल रहा है।
माटी का फर्ज अदा कर रहे डीएसपी, बीडीओ और विदेश में रहने वाले सफल युवा
आपदा मित्र पुस्तकालय में बीते साल अंग्रेजी की निश्शुल्क शिक्षा आरंभ की गई। इसमें नब्बे छात्रों को निश्शुल्क शिक्षा ताजपुर निवासी और वर्तमान में अमेरिका में बडी कंपनी में उच्च पद पर आसीन मुकेश कुमार के आर्थिक सहयोग से शिक्षा दी जा रही है।
इसके बाद बाल दिवस से कंप्यूटर, गणित और विज्ञान की शिक्षा आरंभ की गईं जिसमें 120 छात्रों को निश्शुल्क बेहतर शिक्षकों विकास, नीरज और आशीष द्वारा पढाया जा रहा है।
माटी के फर्ज नाम से आपदा मित्र टीम के चौपारण से जुडे राज्य के विभिन्न अनुमंडलों में कार्यरत डीएसपी केदार राम, डीएसपी प्रमोद कुमार, डीएसपी नाजिर अख्तर तथा डीएसपी अशोक कुमार के सहयोग से शिक्षा आरंभ की गई। जबकि सहयोगियों में एसडीओ पूनम कुजूर,बीडीओ गणेश रजक, बीडीओ धीरज प्रकाश, बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव, बीडीओ प्रेमचंद सिन्हा, बीडीओ बिपिन कुमार, बीडीओ साधु शरण देवगम, सीओ नितिन शिवम गुप्ता, सीओ अरविंद टोप्पो, डीपीओ अनुप कुमार,
इंस्पेक्टर नितिन सिंह, इंस्पेक्टर रोहित सिंह, इंस्पेक्टर सुरेश राम, थाना प्रभारी शंभुनंद ईश्वर, थाना प्रभारी बिनोद तिर्की, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सरवर रजा, एनबीजेके संस्था के संचालक गंधर्व गौरव, योगेंद्र प्रताप सिंह, समाजसेवी दुलाल दास, डीआरडीओ वैज्ञानिक मुकेश साव, विदेश में अभियंता पद पर कार्यरत मुकेश सिंह, विवेक सिंह, नीतेश प्रताप सिंह, दिल्ली में सफल व्यवसायी संजय चौरसिया, प्रमुख प्रतिनिधि संजय राणा, पूर्व मुखिया शौकत खान व बिनोद सिंह, इमरान खान, आकाश कुमार, गुड्डू रजक, स्थानीय व्यवसायी अनिल केशरी, उदय केशरी, रंजीत केशरी, संतोष केशरी सहित दर्जनों अन्य स्थानीय व्यवसायी, शिक्षक संघ, वन विभाग,
स्वास्थ्य विभाग के कर्मी का आर्थिक सहयोग से सारे कार्यों का संचालन करते हैं। सफल संचालन में रोहित जैन, बिनोद स्वर्णकार, दिलीप राणा, हेमंत साहु, मनीष साहु, बिनोद कुमार, अशोक केशरी,सन्नी अग्रवाल, बृजेश केशरी, सीताराम बर्णवाल, प्रभात सिंह, राजन भगत, संतोष केशरी, संतोष चंद्रवंशी, संतोष केशरी, आलोक कुमार समेत दर्जनों अन्य स्थानीय युवाओं का सहयोग रहता है।