मेसी का सपना पूरा, अर्जेंटीना बना वर्ल्ड चैम्पियन, फ्रांस को हराकर रच दिया इतिहास
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अर्जेंटीना को फीफा 2022 विश्व चैंपियन बनने पर दी शुभकामनाएं
लियोनेल मेसी का अपने आखिरी वर्ल्ड कप में खिताब जीतने का सपना पूरा हो गया है. अर्जेंटीना की टीम फीफा वर्ल्ड कप 2022 में चैम्पियन बन गई है. उसने फाइनल में शानदार खेल दिखाया और फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में शानदार अंदाज में 4-2 से हराया. लुसैल स्टेडियम में खेला गया यह मैच काफी रोमांचक रहा, जो निर्धारित समय तक 2-2 से बराबरी पर रहा था.
मैच 2-2 से बराबरी पर रहने के बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में गया था. वहां भी मेसी और एम्बाप्पे ने 1-1 गोल दागा. इस तरह से मैच फिर 3-3 से बराबरी पर रहा था. इसके बाद फाइनल मैच का नतीजा पेनल्टी शूटआउट में निकला, जहां अर्जेंटीना ने फ्रांस को 4-2 से हराया.
वर्ल्ड कप इतिहास में अर्जेंटीना टीम ने अपना तीसरा खिताब जीता है. मेसी की कप्तानी वाली इस अर्जेंटीनाई टीम ने इससे पहले 1978 और 1986 खिताब जीता था. इसके अलावा अर्जेंटीना तीन बार (1930, 1990, 2014) उपविजेता भी रही है. जबकि दूसरी ओर फ्रांस की टीम का लगातार दूसरी और ओवरऑल तीसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया है. इससे पहले फ्रांस की टीम 1998 और 2018 में चैम्पियन बनी थी.
मैच में किलियन एम्बाप्पे ने हैट्रिक लगाई है. उन्होंने तीनों गोल 80वें (पेनल्टी), 81वें और 118वें (पेनल्टी) मिनट में दागे. इसके बावजूद एम्बाप्पे अपनी टीम को चैम्पियन नहीं बना सके. जबकि लियोनेल मेसी ने मुकाबले में दो गोल दागे. यह दोनों गोल 23वें (पेनल्टी) और 108वें मिनट में आए. अर्जेंटीना के लिए एक गोल एंजेल डि मारिया ने 36वें मिनट में दागा.
पेनल्टी शूटआउट स्कोर
फ्रांस ने पहला गोल दागा
अर्जेंटीना ने भी अपना पहला गोल दागा
फ्रांस अपना दूसरा गोल चूका
अर्जेंटीना ने अपना दूसरा गोल दागा
फ्रांस अपना तीसरा गोल भी चूका
अर्जेंटीना ने तीसरा गोल दागा
फ्रांस की टीम ने चौथा गोल दागा
अर्जेंटीनाई टीम अपना चौथा गोल दागकर चैम्पियन बनीं।
फुटबॉल वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे यादगार तस्वीर। एक तरफ मेसी जिनकी जीत की कामना लगभग समूची दुनिया कर रही थी और दूसरी तरफ एमबाप्पे जिसने अपने खेल से एक ही झटके में करोड़ों दिल जीत लिए। फाइनल शुरू हुआ और उम्मीद के अनुरूप मैच के 23वें मिनट में मिली पेनल्टी पर लियोनेल मेसी ने पहला गोल दाग दिया। अर्जेंटीना 1-0 से आगे हो गया। इसके बाद मैच के 35वें मिनट में मेसी ने बॉल मैक एलिस्टर को पास की और एलिस्टर ने बिजली की रफ्तार से बॉल एंजल डी मारिया को पास कर दी। पलक झपकते ही मारिया ने फुटबॉल को गोल पोस्ट में डाल दिया। इसके बाद कुलमिलाकर 79 मिनट तक फ्रांस की ओर से कोई गोल नहीं हो सका और अर्जेंटीना आसानी से 2-0 की जीत की तरफ बढ़ने लगी।
80वें मिनट में फ्रांस को पेनल्टी मिली और एमबाप्पे ने मुकाबले का अपना पहला गोल दाग दिया। 97 सेकंड के भीतर साथी खिलाड़ी के पास पर एमबाप्पे मैच का दूसरा गोल कर दिया और नीरस से लग रहे मुकाबले में नई जान फूंक दी। निर्धारित 90 मिनट के बाद मैच 2-2 की बराबरी पर छूटा। एक्स्ट्रा टाइम में 15-15 मिनट के 2 हाफ का खेल हुआ। यहां 108वें मिनट में मेसी ने गोल दागा तो 118वें मिनट में एमबाप्पे ने मुकाबले का अपना तीसरा गोल दागकर हैट्रिक पूरी कर ली। हैट्रिक से ज्यादा जरूरी यह था कि एमबाप्पे ने मुकाबले को पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा दिया। इस दौरान फैंस को समझ नहीं आ रहा था कि मुकाबला किस करवट बैठेगा? फुटबॉल वर्ल्ड कप के इतिहास का सबसे यादगार फाइनल नए-नए रंग दिखा रहा था।
पेनल्टी शूटआउट में एमबाप्पे के गोल करने के ठीक बाद मेसी ने गोल दागा। यहां भी दोनों दिग्गजों की बदौलत शुरुआत 1-1 की बराबरी से हुई लेकिन अंत में फ्रांस 4-2 से पेनल्टी शूटआउट हार गया। मेसी इस भव्य जीत के बाद अपने साथियों के साथ जश्न मनाने के लिए जा सकते थे। पर इसके पहले उन्होंने उस खिलाड़ी का हाथ थामना बेहतर समझा, जिसने अपने दम पर फ्रांस को अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबले में अंतिम सेकंड तक बनाए रखा। यह तस्वीर सदियों तक इस बात की गवाही देती रहेगी कि फुटबॉल के फाइनल के बाद जब इमोशंस बहुत ज्यादा हाई थे, 2 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों ने एक दूसरे का हाथ थाम कर खेल की गरिमा बढ़ाई थी। एमबाप्पे ने हारकर भी दुनियाभर में करोड़ों नए चाहने वाले हासिल कर लिए। एमबाप्पे ने फीफा वर्ल्डकप 2022 में 8 गोल दागकर गोल्डन बूट अपने नाम किया तो 7 गोल करने वाले मेसी को गोल्डन बॉल का खिताब दिया गया। सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट मिलता है, तो वहीं अपने खेल से सबसे ज्यादा असर डालने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बॉल अवार्ड से सम्मानित किया जाता है।