विधान सभा के बाहर बीजेपी विधायको ने किया प्रदर्शन
रांची : विधान सभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायको ने जमकर हंगामा के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायको ने तख्ती लेकर नारेबाजी किया । विधायको ने झारखंड का इस्लामीकरण करना बंद करो मुस्लिम तुष्टिकरण बंद करो और रबिता पहाड़िया के हत्यारे दिलदार अंसारी को फांसी दो का नारा लगाकर प्रदर्शन किया
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है सत्र 23 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा हालांकि सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं क्योंकि विपक्ष ने कई अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने का मन बना लिया है. कानून व्यवस्था समेत प्रदेश की बिजली व्यवस्था, साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन का मामला.इसके अलावा जेएसएससी भर्ती परीक्षा में सरकार की योजना नीति पर उच्च न्यायालय के फैसले और संथाल परगना में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों द्वारा आदिवासी लड़कियों की हत्या पर भी विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करेगा।
कार्यक्रम के अनुसार सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण या शोक सभा रखी जानी है, इसके अलावा राज्यपाल द्वारा घोषित अध्यादेशों की प्रमाणित प्रति सदन के पटल पर रखी जायेगी. दूसरे दिन (20 दिसंबर) को प्रश्नकाल होगा इसके अलावा सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 का दूसरा पूरक बजट सदन में लाया जाएगा.21 दिसंबर को दूसरे पूरक बजट पर आम मतदान होगा और सदन में बहस के बाद इसे पारित किया जाएगा. 22 दिसंबर को सदन में प्रश्नकाल के अलावा राज्य विधेयक और अन्य राजकीय कार्य होंगे. 23 दिसंबर को प्रश्नकाल के बाद सदस्य निजी प्रस्ताव लाएंगे। अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि विधेयक सदन सचिवालय को समय पर उपलब्ध कराएं ताकि सदस्यों को अध्ययन के लिए पर्याप्त समय मिल सके.
उन्होंने कहा कि जिन विभागों से बिल आने हैं, उन्हें समय से विधानसभा सचिवालय को दे दिया जाए। इसके साथ ही जिन विधेयकों से संबंधित संशोधन किए गए हैं, उनकी प्रतियां मूल विधेयकों के साथ विधानसभा सचिवालय को उपलब्ध कराई जाएं। स्पीकर ने अधिकारियों को सत्र के दौरान अधिकारी दीर्घा में उपस्थित रहने का भी निर्देश दिया. पूर्व मंत्री और रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि शीतकालीन सत्र की अवधि बहुत कम होती है.सरकार सत्र बुलाकर कोरम पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है, सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए जल्दबाजी में फैसले लेती है, लेकिन जैसे ही उनका फैसला कोर्ट में जाता है, सभी परेशान हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही सरकार को कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है.