हजारीबाग हिरासत में व्यवसायी की मौत की जांच CID करेगी, एएसआई व दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज कराई है मामला
रांची: हजारीबाग के सदर थाने में 14 जनवरी की शाम हुई व्यवसायी सुनील गुप्ता की मौत मामले में दर्ज तीनों प्राथमिकियों की जांच सीआईडी करेगी। इसमें एक तरफ से व्यवसायी के स्वजन के आवेदन पर सदर थाने में एएसआइ नसीम सिद्दीकी सहित दो पुलिसकर्मियों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, दूसरी प्राथमिकी ट्रांसपोर्टर के आवेदन पर मृतक सुनील गुप्ता व आशीष अग्रवाल उर्फ गोलू सहित अन्य पर चोरी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। व्यवसायी की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस की ओर से अस्वाभाविक मौत के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सीआईडी करेगी जांच
अब बहुत जल्द ही सीआईडी के अधिकारी तीनों ही कांडों से संबंधित दस्तावेज आदि अपने अधीन ले लेंगे। व्यवसायी सुनील गुप्ता की मौत के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गाइडलाइंस के अनुसार पुलिस ने दंडाधिकारी की उपस्थिति में शव का पंचनामा से लेकर पोस्टमार्टम तक करवाया था और उसकी वीडियोग्राफी करवाई थी।
डिटर्जेंट खरीदने के आरोप में पुलिस ने पकड़ा था
हजारीबाग स्थित सदर थाने की पुलिस ने 14 जनवरी को व्यवसायी सुनील गुप्ता को चोरी का डिटर्जेंट खरीदने के आरोप में पकड़ा था। उसे पुलिस हिरासत में रखा गया था। इसके बाद पुलिस हिरासत में ही सुनील गुप्ता की तबीयत बिगड़ी। उसे पुलिस ने हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल में पहुंचाया था, जहां रात करीब साढ़े नौ बजे उनकी मौत हो गई थी।
क्या कहा गया था पुलिस की ओर से
हजारीबाग पुलिस ने तर्क दिया था कि सात जनवरी को छत्तीसगढ़ से रांची आने के क्रम में एक ट्रक अगवा हो गया था। पुलिस को सूचना दी गई कि अगवा ट्रक का माल हजारीबाग में बेचा गया है। यह सूचना ट्रांसपोर्टर ने हजारीबाग पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने सुनील गुप्ता की निशानदेही पर हजारीबाग में ही आशीष अग्रवाल की दुकान से डिटर्जेंट की बरामदगी की थी। पुलिस का दावा है कि इसी बीच सुनील गुप्ता वहां से फरार हो गया था, उसे हजारीबाग के छोटी ग्वालाटोली में सड़क किनारे गिरा हुआ पाया गया था, जहां से स्थानीय लोग ही उसे अस्पताल पहुंचाए थे। जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई थी।