Saturday, November 23, 2024

स्कूली बच्चों से भरे ऑटो को ट्रक ने मारी टक्कर, कई बच्चे हुए घायल

इलाज के लिए एचएमसीएच में सर्जन नदारद, भड़के सदर विधायक तब हुआ इलाज

ड्यूटी से नदारद रहने पर डॉ. उत्कृष्ट कांत को सुप्रीटेंडेंट ने दिया कारण बताओ नोटिस

सदर विधायक के शिकायत के बाद सुप्रीटेंडेंट के आग्रह पर सर्जरी एचओडी डॉ.ओ.पी. श्रीवास्तव, सर्जन डॉ.अभिषेक और गाइनी एचओडी डॉ.श्वेता लाल ने दिखाई मानवता, तत्काल पहुंचकर बच्चों का किया इलाज

बच्चों के प्रधानाचार्य ने उठाई इलाज में लापरवाही की बात, सदर विधायक ने कहा निष्कीय हो रही है मानवीय संवेदना, चिकित्सक का ड्यूटी से नदारद रहना बर्दास्त योग्य नहीं

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे है। अस्पताल के इमरजेंसी सेवा स्थल ट्रामा सेंटर में गुरुवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए स्कूली बच्चे के इलाज के लिए सर्जन मौजूद नहीं रहें। इस कारण घायल हुए बच्चों को करीब एक घंटे तक सर्जन के आने का इंतजार करना पड़ा। सर्जन आए भी तब जब घायल बच्चों के परिजनों, स्कूल प्रबंधन के शिक्षकों एवं स्थानीय समाजसेवियों ने इस बात की जानकारी हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी तो उन्होंने तत्काल अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी को अस्पताल भेजा।

रंजन चौधरी ने जब देखा की सर्जरी ओपीडी में ड्यूटी डॉक्टर नहीं हैं और किनका ड्यूटी है इसकी जानकारी नहीं हो पाई तो उन्होंने इसकी जानकारी तत्काल सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी। जिसके बाद विधायक मनीष जायसवाल भड़क गए और हॉस्पिटल सुपरीटेंडेंट डॉ.विनोद कुमार से तत्काल बच्चों का समुचित इलाज कराने और ड्यूटी से नदारद डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग की। विधायक मनीष जायसवाल के शिकायत के बाद अस्पताल प्रबंधन सक्रिय हुआ और तत्काल सुपरिटेंडेंट के विशेष आग्रह पर ड्यूटी में नहीं होने के बावजूद मानवता दिखाते हुए सर्जन डॉक्टर अभिषेक कुमार ने आकर बच्चों का इलाज किया।

इसी बीच खुद सर्जरी एचओडी डॉ.ओ.पी. श्रीवास्तव अस्पताल पहुंचे और घायल बच्चों को देखा। गाइनी एचओडी डॉ.श्वेता लाल भी यहां पहुंची और घायल बच्चियों का ट्रिटमेंट किया। चिकित्सक के निर्देश पर तत्काल विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने एक घायल बच्ची का सीटी स्कैन कराया और दो का एक्स- रे कराया। तीनों बच्चे खतरे से बाहर हैं और इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।

ज्ञात हो की गुरुवार की सुबह स्कूल जाने के क्रम में शहर के महावीर स्थान चौक पर एक अनियंत्रित ट्रक ने स्कूली बच्चे से भरे ऑटो को जोरदार टक्कर मार दिया। जिससे ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो गई और ऑटो में बैठे बच्चे घायल हो गए। घटना के बाद स्थानीय समाजसेवी गुंजन गुप्ता, अविनाश कुमार उर्फ़ सोनू और महावीर मंदिर के पुजारी कार्तिक पंडित ने 108 एंबुलेंस बुलाकर यहां से बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। खुद समाजसेवी अविनाश कुमार उर्फ़ सोनू भी अस्पताल पहुंचें। यहां बच्चों का प्राथमिक उपचार हुआ लेकिन सर्जन उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर अस्पताल कर्मी बच्चों के इलाज में टालमटोल करते रहे। इसी बीच बच्चों के स्कूल सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, कुम्हारटोली के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार मिश्र और कार्यालय प्रमुख कुमार प्रवीण भी अस्पताल पहुंचे।

यहां ड्यूटी पर सर्जन के नहीं होने पर उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी और उनसे मदद के लिए आग्रह किया। जिसके बाद मनीष जायसवाल के प्रयास से बच्चों का समुचित इलाज संभव हो सका। घायल हुए स्कूली बच्चों में बच्चों में ओकनी निवासी अनिल कुमार राणा के 08 वर्षीय पुत्र आर्य कुमार, पुलिस लाइन निवासी 14 वर्षीय गायत्री कुमारी और पुलिस लाइन के ही रहने वाले 15 वर्षीय अंशु सिंह शामिल हैं। सभी बच्चे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, कुम्हरटोली के विद्यार्थी हैं। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सह समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह ने भी बच्चों का कुशलक्षेम जाना।

इधर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ.विनोद कुमार ने ड्यूटी से नदारद रहने पर डॉ. उत्कृष्ट कांत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सुपरिटेंडेंट स्पष्टीकरण में सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उत्कृष्ट कांत से पूछा है कि विभागाध्यक्ष, सर्जरी विभाग के ज्ञापांक- 10, दिनांक- 18/1/2023 के द्वारा डॉ.अभिषेक कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग को दिनांक- 16/01/2023 से 12/2/ 2023 तक कोषागार प्रशिक्षण में चले जाने के कारण इनके स्थान में प्रशिक्षण से लौटने तक उनका आवंटित कार्य एस.ओ.डी. ड्यूटी आपको करना था। दिनांक- 9/ 2/2023 को सुबह आप अपने कार्यस्थल पर अनुपस्थित थे जिसके कारण अस्पताल में एक्सीडेंटल मरीज एवं अन्य मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जो खेद का विषय है एवं कार्य के प्रति लापरवाही तथा अनुशासनहीनता का घोतक है। आगे उन्होंने लिखा है कि 2 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण विभागाध्यक्ष के माध्यम से अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं रहने पर विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित किया जाएगा ।

घायल बच्चों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही की निंदा की। बच्चों के स्कूल के प्रधानाचार्य ने भी चिकित्सक नहीं होने के कारण बच्चों के इलाज में देरी को लेकर नाराजगी जताई। विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि वर्तमान सरकार और जिला प्रशासन की अनदेखी एवं अस्पताल प्रबंधन कीकू व्यवस्था के कारण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों की मनमानी बढ़ती जा रही है। भगवान माने जाने वाले चिकित्सकों की मानवीय संवेदना भी निष्क्रिय हो रही है। आपातकालीन इलाज के लिए मरीज परेशान रहे और चिकित्सक ड्यूटी से नदारद रहे यह बर्दाश्त योग्य कदापि नहीं है। उन्होंने कहा की ऐसे लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई नहीं होती है तो स्वस्थ विभाग के वरीय अधिकारी और सरकार तक मामला जरूर पहुंचाएंगे ।

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