व्यापारियों ने फूंका कृषि मंत्री का पुतला, व्यापारियों ने जमकर लगाया कृषि मंत्री हाय हाय का नारा
प्रमोद खण्डेलवाल
हजारीबाग :– कृषि शुल्क विधेयक के विरोध में राज्य भर में दूसरे दिन भी कारोबारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल रहा। उसी क्रम में हजारीबाग शहर के कारोबारियों के द्वारा भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा। हड़ताल के दूसरे दिन राशन की दुकान, फल एवं सब्जी मंडी में व्यापक असर देखने को मिला।
खाद्यान्न व्यवसायी संघ के मुताबिक हड़ताल की वजह से दो दिन में करीब 20 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित रहा। सिर्फ हजारीबाग जिले में दो दिनों मे 70 ट्रक खाद्य वस्तु जिसमें आटा, चावल, तेल समेत आलू,प्याज और करीब 15 ट्रक फल की आवागमन ठप रहा
हड़ताल को लेकर 500 से भी अधिक मजदूर का जीवन हुआ अस्त-व्यस्त।
दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रहने के कारण लोडिंग अनलोडिंग का काम करने वाले मोटिया मजदूर का जीवन अस्त-व्यस्त रहा। हजारीबाग जिले में कुल 500 से भी अधिक मोटिया मजदूर है। जो प्रतिदिन अपनी आय के माध्यम से अपना घर चलाते हैं।
गोला रोड में पसरा है सन्नाटा
शहर के सबसे व्यस्ततम मंडी में से एक गोला चौक और आसपास के क्षेत्रों में प्रतिदिन खरीदारों की काफी भीड़ देखी जाती थी। मंडी भीड़ से गुलजार रहा करता था। परंतु 2 दिनों से पूरे बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है।
खाद्यान्न कहां से आता है और कितने दिन में पहुंचता है हजारीबाग मे।
आटा-मैदा, बनारस महज एक दिन
दाल, छत्तीसगढ़ 2-3 दिन
चावल, लोकल, रांची राइस मिल के अलावा छत्तीसगढ़ पांच से छ दिन में
चीनी, यूपी, महाराष्ट्र छ से सात दिन
रिफाइंड कोलकाता एक दिन
सरसों तेल राजस्थान चार से पांच दिन
गेंहू राजस्थान पांच से छ दिन
जानिए हजारीबाग जिला में रोज कितना खाद्यान्न आता है
दाल – 2 ट्रैक
आटा – मैदा- 10 ट्रक
चोकर 2 ट्रक
चावल – 8ट्रक
चीनी – 4 ट्रक
रिफाइंड – सरसों तेल- 2 ट्रक
आलू – 5 ट्रक
प्याज – 2 ट्रैक
व्यापारियों ने कृषि मंत्री का फूंका पुतला
फेडरेशन ऑफ हजारीबाग चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एवं खाद्यान्न व्यवसायी संघ के संयुक्त तत्वधान में गुरुवार को शहर के झंडा चौक पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का पुतला दहन किया गया। व्यापारियों ने कृषि मंत्री हाय हाय, काला कानून वापस लो जैसे नारे लगाए।
व्यापारियों ने निकाला आक्रोश रैली।
व्यापारियों के द्वारा गोला चौक से काजी मोहल्ला, ग्वालटोली चौक, पंच मंदिर चौक, झंडा चौक होते हुए पुन: गोला चौक पर जाकर अपनी आक्रोश रैली को समाप्त किया। इस बीच व्यापारियों के द्वारा झंडा चौक पर पुतला दहन भी किया गया। व्यापारियों में कृषि मंत्री के प्रति काफी आक्रोश देखा गया।
हड़ताल जारी रही तो क्या चीज की होगी संकट।
व्यापारियों के द्वारा हड़ताल जारी रही तो हजारीबाग जिले के बाजारों मे चीनी एवं आटा शॉर्टेज होने की संभावना है।खाद्यान्न व्यवसायी संघ के मुताबिक थोक बाजार में चीनी की आपूर्ति यूपी और महाराष्ट्र से होती है, जिसे आने में छह से सात दिन लगते हैं। वहीं आटा की आपूर्ति बनारस से होती है, और सरसों तेल की आपूर्ति राजस्थान से होती है। जिसे आने में चार से पांच दिन लगते हैं। इसके अलावा दाल एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति लोकल राइस और फ्लावर मिल्स से होती है।
अगर यह हड़ताल जारी रहा तो सामग्रियों की शॉर्टेज के साथ संकट उत्पन्न हो सकता है।मौके पर खाद्यान्न व्यवसायी संघ के कोषाध्यक्ष पीयूष खण्डेलवाल ने कहा की कृषि विधायक कानून जब तक आपस नही होगा तब तक हम लोग का अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। यह काला विधायक वापस होगा हम लोगों का दुकान का ताला खुल जाएगा इस काला कानून के चलते हमारे 500 से भी अधिक मजदूर ट्रक ड्राइवर मोटिया मजदूरों बेरोजगार हो गए हैं इन लोगों का रोज कमाना और रोज खाने का सिलसिला है। यह काला कानून बहुत ही खतरनाक है झारखंड कृषि उपज राज्य नहीं है। झारखंड खनिज उपज राज्य हैं। झारखंड में खनिजों का उत्पादन होता है। जिसके बावजूद भी झारखंड सरकार के द्वारा 2% का टैक्स लगा दिया गया है झारखंड सरकार के द्वारा नए नए प्रावधान लागू किए जा रहे हैं जिससे हम सभी व्यापारी काफी त्रस्त हो रहे हैं।