जिसके ब्रह्मभोज में जुटने वाले थे लोग, वह जीवित घर लौटा, लोगों में मची अफरा-तफरी
हजारीबाग मृतक बद्री करमाली के परिजन शुक्रवार को कर रहे थे ब्रम्हभोज के तैयारी में लगे थे।अचानक बद्री बारहवें दिन जीवित घर लौट आये। बारह दिनों तक बद्री करमाली के परिजन मृतक के आत्मा की शांति के लिए अगल-बगल से चंदा कर श्राद्ध कर्म को पूरा विधि-विधान पूरा किया। जबकी 17 फरवरी के सुबह अचानक बद्री करमाली अपने घर चरही के श्यामपट्टी पहुंच गया। घर वाले उसे देखकर आश्चर्य में पड़ गए। बताया जाता है कि बीते 4 फरवरी को सीसीएल हजारीबाग एरिया के परेज पूर्वी परियोजन के बंद पड़े खदान में क्रशर के नीचे दक्षिण की ओर जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पेड़ से झूलता मिला था। जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। मृतक की अनुमानित उम्र लगभग 40-45 वर्ष बताई गई थी। रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो ओपी पुलिस ने सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाई करते हुए शव का पंचनामा करा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
स्वयं ओपी प्रभारी विनय कुमार ने पुलिस दल का नेतृत्व करते हुए परेज के स्थानीय लोगों से पहचान कराने का प्रयास भी कराया। लेकिन गांव सहित आस-पास के लोगों ने शव की शिनाख्त नहीं की। बाद में प्रभारी ने बताया कि मृतक की शिनाख्त चरही थाना अंतर्गत श्यामपट्टी निवासी बद्री करमाली के रूप में हुई है। परिजनों के मुताबिक बद्री करमाली शराबी और बीच-बीच मे घर से कई दिनों तक गयाब हो जाया करता था। परेज में मिला शव काफी दिनों का था इसलिए उसकी पहचान नही हो पा रही थी। फिलाहल गलतफहमी में जीवित व्यक्ति को मृत समझ कर गरीब के लाखों खर्च हो गए। बद्री के परिजनों ने राज्य के मुख्य मंत्री, उपायुक्त, मांडू विधायक और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि से सहयोग राशि की लिखित गुहार लगाई है।