Surya Grahan 2023 Live: दुनिया के कई हिस्सों में सूर्य ग्रहण, देखें दुर्लभ तस्वीर
साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है. यह ऑस्ट्रेलिया में देखा जा रहा है. यह भारत में नहीं दिखेगा लेकिन अमेरिका, जापान, चीन में इसे देखा जा रहा है. यह एक कंकणाकृति सूर्य ग्रहण है जिसे मिश्रित सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है. ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है. ग्रहण के दौरान और उसके पहले से सूतक काल लग जाता है. सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा-पाठ करना वर्जित माना जाता है. इस वजह से इस दौरान शुभ कार्य और पूजा पाठ वर्जित होता है लेकिन भारत में सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं होने के कारण इसका सूतक काल भी नहीं लगेगा. इसलिए देश के सभी मंदिरों में पूजा पाठ जारी है. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के सूर्य को कष्ट होता है. शास्त्रों में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता है.
ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले सूर्य ग्रहण दिखा है. वहां से सूर्य ग्रहण की कुछ तस्वीरें आई हैं. सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और पृथ्वी पर छाया डालता है. इस अवस्था में वो सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है. कंकणाकृति सूर्य ग्रहण मिला जुला सूर्य ग्रहण माना जाता है जिसमें ग्रहण एक कुंडलाकार सूर्य ग्रहण के रूप में शुरू होता है फिर धीरे-धीरे यह पूर्ण सूर्य ग्रहण में बदल जाता है और फिर वापस आकर कुंडलाकार सूर्य ग्रहण में बदल जाता है. साल का पहला सूर्य ग्रहण कंकणाकृति सूर्य ग्रहण होगा. यह सूर्य ग्रहण बेहद खास रहने वाला है क्योंकि इस बार एक ही दिन में तीन तरह का सूर्य ग्रहण दिखेगा, जिसे वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है. इनमें आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण शामिल होंगे.
इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है. यह ग्रहण मेष राशि और अश्वनी नक्षत्र में लग रहा है, मगर यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और यह माना जा रहा है कि जब सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा तो यहां पर उसका असर भी नहीं होगा, न सूतक होगा न ही पातक होगा और ना ही मंदिरों के कपाट जो सूर्य ग्रहण पर 12 घंटे पूर्व बंद कर दिए जाते थे, वो बंद किए जाएंगे.
ठीक ऐसे ही दृश्य हरिद्वार में हर की पैड़ी पर देखने को मिल रहे हैं. हरिद्वार हर की पैड़ी पर स्थित सभी मंदिरों के कपाट खुले हुए हैं. मंदिरों में सामान्य तौर पर जैसे पूजा होती है, वैसे पूजा हो रही है श्रद्धालु आ रहे हैं अपने आराध्य की पूजा कर रहे हैं और उनसे अपने मन की मुरादे मांग रहे हैं वहीं मंदिरों में पुजारी इस पूजा को संपन्न कराने में लगे हुए, ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान गंगा में स्नान भी नहीं किया जाता मगर हर की पैड़ी के गंगा घाटों पर सुबह से ही स्नान का क्रम चल रहा है यह क्रम लगातार जारी है बड़ी संख्या में लोग आकर गंगा स्नान कर रहे हैं गंगा गंगा में स्नान और मंदिरों में पूजा होना यह साथ दिखाता है कि सूर्य ग्रहण का असर भारत और खास तौर से हरिद्वार में नहीं है.