स्थानीय हक अधिकारों को समर्पित जनसंवाद यात्रा की शुरुआत
माटी के लाल ही कर सकते हैं कल्याण : भुवनेश्वर यादव
राजनीतिक चेतना और स्थानीयता का भाव जगाने गाँव – गाँव जाएंगे : संजय मेहता
टॉल प्लाजा के कर्मचारियों ने जनसंवाद यात्रा में रखी अपनी माँगे
बरही चौक पर हुआ नुक्कड़ सभा का आयोजन
1 मई मजदूर दिवस के दिन बरही चौक से जनसंवाद यात्रा की शुरुआत की गयी। यह जनसंवाद यात्रा स्थानीय हक अधिकारों और झारखंडी भावनाओं को समर्पित है।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य झारखंड के राजनीतिक प्रतिनिधित्व में बाहरी तत्वों के हस्तक्षेप के खिलाफ आवाज बुलंद करना है।
इस यात्रा के माध्यम से 600 नुक्कड़ सभा का आयोजन अगले तीन माह में आयोजित किया जाएगा। साथ ही 400 छोटे – छोटे पॉकेट मीटिंग किए जाएंगे।
यह यात्रा हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, चतरा जिले तक जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से यह भाव जगाया जाएगा कि झारखंड के राजनीतिक प्रतिनिधित्व में झारखंड के बाहर से लोग आकर राजनीतिक प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
इस चालाकी को समझना होगा। जिससे झारखंड के लोगों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व का हक छिना जा रहा है।
यात्रा के माध्यम से उत्तरी छोटानागपुर के चतरा और हजारीबाग लोकसभा, बरही विधानसभा समेत झारखंड के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों एवं 81 विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय प्रत्याशियों की मांग तेज की जाएगी।
टॉल प्लाजा के कर्मचारियों ने रखी माँगे
रसोइया धमना टोल प्लाजा कर्मचारी संघ ने जनसंवाद यात्रा में अपनी माँगों को रखा। संघ के अध्यक्ष रामचंद्र साव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। हमारी माँगों पर विचार नहीं किया जा रहा है। समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं दिया जा रहा है।
वेतन वृद्धि, वेतन पर्ची, दुर्घटना बीमा, बोनस, छुट्टी, रात्रि ड्यूटी भत्ता, भविष्य निधि निःशुल्क मेस एवं आवास आदि की माँग करते – करते हम कर्मचारी सब थक चुके हैं लेकिन हमारी माँगे पूरी नहीं हो रही है। माँग करने पर हमेशा केस मुकदमे का डर दिखाया जाता है। रामचंद्र साव ने कहा कि हमारी माँगे यदि पूरी नहीं हुई तो हम सभी कर्मचारी धरना देंगे और अपनी मांग को तेज करेंगे। जनसंवाद यात्रा को कर्मचारियों ने अपना सहयोग और साथ दिया।
माटी का नेतृत्व जरूरी
यात्रा को संबोधित करते हुए भुवनेश्वर यादव ने कहा कि माटी के लोग जब नेतृत्व करते हैं तो उनमें एक भावनात्मक लगाव होता है। इसका प्रभाव उनके कार्यशैली में दिखाई पड़ता है।
आज बरही विधानसभा की माटी एक स्थानीय नेतृत्व की माँग कर रहा है। हम इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे कि माटी के लोगों को नेतृत्व का हक मिलना चाहिए। राजनीति के केंद्र में हम स्थानीय हक अधिकारों की आवाज को तेज करना चाहते हैं। जनता के बीच हम जागरूकता लेकर जाना चाहते हैं। इस यात्रा में हमें लोगों का अपार साथ मिल रहा है।
स्थानीयता का भाव जगाना है उद्देश्य
यात्रा को संबोधित करते हुए संजय मेहता ने कहा कि पूरे झारखंड को दो दशकों के दौर में छला गया है।
जब – जब यहाँ स्थानीय हक अधिकारों की आवाज तेज होती है बाहरी तत्व इन आवाज को दबा देते हैं। झारखंड के 14 लोकसभा और 81 विधानसभा क्षेत्रों में कई सीटों पर वैसे लोगों कब्जा जमा लिया है जिनका इस माटी से लगाव नहीं है।
यही कारण है की आज झारखंड में स्थानीय और नियोजन नीति के सवाल पर वैसे लोग चुप हैं जो इस माटी के नहीं है।
इसलिए झारखंड के कई इलाकों में यह विषय मुद्दा नहीं बन पाया। झारखंड के हजारीबाग, चतरा में भी ये मुद्दे चर्चा के केंद्र में नहीं आ पाए।
बेहतर नियोजन नीति के आभाव में युवाओं का भविष्य अधर में
इस राज्य के भीतर जब भी बेहतर नियोजन नीति का सवाल आता है। झारखंडी हितों की प्राथमिकता के आधार पर नियोजन नीति का सवाल आता है तो बाहरी तत्व सक्रिय होकर झारखंडी लोगों के हक अधिकारों का अतिक्रमण करते हैं। यह अतिक्रमण नौकरी, जमीन, प्रतिनिधित्व, राजनीति हर जगह हो रहा है। हमारी माँग है कि झारखंड की तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरी स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित होनी चाहिए।
इसलिए इस आवाज को एक बल देना होगा और जनता के बीच जाकर स्थानीय नेतृत्व कौशल के उभार को लेकर जागरूकता बुलंद करनी होगी। तभी इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकलेगा।
यात्रा कार्यक्रम का संचालन करते हुए मजदूर दिवस पर अपने विचारों को व्यक्त करते हुए रवि सोनी ने कहा कि जो मजदूर किसान इस दुनिया को चला रहे हैं आज उनके ही हक अधिकार पर खतरा मंडरा रहा है।
10 प्रतिशत लोग 90 प्रतिशत लोगों पर अपना अधिकार जमाए हुए हैं। इसे बदलने के लिए सबको मिलकर संघर्ष करना होगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड की माटी को यहाँ के आधार पर नेतृत्वकर्ता चाहिए इस विषय को लेकर यह यात्रा आगे तक जाएगी।
जनसंवाद यात्रा के इस प्रारम्भ कार्यक्रम में धनवार पंचायत के मुखिया राजेंद्र प्रसाद, वासुदेव यादव, परमेश्वर गोप, परमेश्वर यादव, अशोक यादव, रामचंद्र साहु, पंचायत समिति सदस्य अशोक यादव, प्रभु राणा, सहदेव प्रसाद यादव, विकास सिंह, मंगलम कुमार सिंह, सुनील यादव, मोहम्मद मासूम, सतीश कुमार, चंदन रजक, मोहम्मद शारूफ़, चंद्रदेव ठाकुर, विजय राम, आनंद सागर, तौहीद अंसारी, भागवत कुमार, वीरेंद्र कुमार, कंचन कुमार, अभिषेक कुमार, साकिब हुसैन, मोहम्मद इशाक, राजीव रंजन, पंकज रजक, सूरज कुमार, आर्यकांत मेहता, बबलू कुमार, मनोज दास, आदित्य कुमार आदि समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे।