भारत का विकास करना है तो ग्रामों से विकास करना होगा- राज्यपाल
गाँव जाने पर ही वहाँ की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त हो सकती है- राज्यपाल
भारत का विकास करना है तो ग्रामों से विकास करना होगा- राज्यपाल
लाभुकों के मध्य विभिन्न योजनान्तर्गत परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया
राज्यपाल ने मैट्रिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने आज लातेहार भ्रमण के क्रम में राजकीयकृत उत्क्रमित उच्च विद्यालय, उदयपुरा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भी तमिलनाडु के छोटे से गांव से आता हूँ। मैं ग्रामों की परिस्थितियों को अच्छी तरह समझ सकता हूँ। इसलिए आप सबकी समस्याओं को निकट से जानने के लिए आप सबके मध्य आया हूँ। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि गाँव जाने पर ही वहाँ की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त हो सकती है। झारखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के समय ही कहा था कि राज भवन लोगों तक पहुंचेगा। आप लोग कभी भी अपनी समस्याओं को लेकर राज भवन आ सकते हैं, राज भवन का द्वार सभी के लिए खुला है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि हमें विभिन्न विविधताओं के बावजूद विकास के लिए एकजूट होकर कार्य करने पर ध्यान देना होगा। हम सभी को एक स्वर में प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याओं को रखना होगा। उन्होंने कहा कि यदि भारत का विकास करना है तो ग्रामों से विकास करना होगा। यदि हमारे गाँव विकसित होंगे तो प्रखंड विकसित होंगे, प्रखंड विकसित होंगे तो जिला विकसित होंगे, जिला विकसित होंगे तो राज्य विकसित होंगे और राज्य विकसित होंगे तो देश विकसित होगा। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। 1998 के पूर्व देश में भूखमरी की समस्या देखने को मिलती थी, पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सोच थी कि देश से भूखमरी का उन्मूलन हो। हर्ष का विषय है कि 1998 के बाद देश में भूखमरी की समस्या देखने को नहीं मिली। कोरोना महामारी के प्रतिकूल प्रभाव के कारण विश्व के अन्य देशों में महंगाई बढ़ी, लेकिन हमारे देश में माननीय प्राधानमंत्री जी के व्यापक पहलों से गरीब से गरीब व्यक्ति तक अनाज पहुंचाया गया और भूखमरी की समस्या देश में कहीं नहीं होने दिया गया। उन्होंने कहा कि लोग विभिन्न योजनाओं का लाभ लें, समस्याएं हों तो जिला प्रशासन के समक्ष जाकर निर्भीकतापूर्वक अपनी बात रखें। माताओं-बहनों के जीवन को अच्छा करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएँ संचालित हैं। उज्ज्वला योजना के तहत हर घर तक गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। एक समय था कि गैस शहरों तक सीमित था, अब सर्वसुलभ है। माताएँ व बहनों को अब खाना बनाने में समय की बचत होती है जिससे वे बच्चों पर अधिक ध्यान दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि उदयपुरा के लोगों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त हो, उनके जीवन- स्तर में सुधार हो।
उक्त अवसर पर राज्यपाल महोदय द्वारा लाभुकों के मध्य विभिन्न योजनान्तर्गत परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया। राज्यपाल महोदय ने मैट्रिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
लातेहार
नीलाम्बर-पीताम्बर जैसे विभूतियों के संघर्ष का ही प्रतिफल है कि आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था से आगे है- राज्यपाल
अर्थव्यवस्था का ही परिणाम है कि गांव में विकास की किरणें पहुँच रही हैं।- राज्यपाल
राज्य में स्थापित विश्वविद्यालयों को भ्रष्टाचारमुक्त करने की दिशा में प्रयासरत हैं।
राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि यह वीर नीलाम्बर-पीताम्बर की भूमि है, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत से देश की स्वतंत्रता हेतु संघर्ष किया। वीर नीलाम्बर-पीताम्बर का साहस व राष्ट्र के प्रति समर्पण अविस्मरणीय है। उनके जैसे विभूतियों का संघर्ष का ही प्रतिफल है कि आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था से आगे है। उन्होंने कहा कि देश की इस अर्थव्यवस्था का ही परिणाम है कि गांव में विकास की किरणें पहुँच रही हैं। गाँव-गाँव में निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किया जा रहा है। इस अर्थव्यवस्था का ही परिणाम है कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों को हर वर्ष उनके खाते में 6000 की राशि सीधे दी जा रही है। लोगों को विभिन्न योजनान्तर्गत पेंशन मिल रहा है, चिकित्सा सुविधा हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना संचालित हैं। आने वाले वर्षों में हर किसी का अपना छत होगा। राज्य में कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय, उत्कृष्ट विद्यालय के साथ एकलव्य विद्यालय आदि मौजूद हैं। झारखंड में 68 एकलव्य विद्यालय स्वीकृत किये गए हैं जो पूरे देश में किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि हम लोग विभिन्न क्षेत्र के हो सकते हैं, विभिन्न भाषा के हो सकते हैं लेकिन बात ग्राम के विकास की हो तो सबको एक होना होगा।
उन्होंने कहा कि जमीन-जायदाद व धन-दौलत की वृद्धि से कुछ नहीं होगा। अपने बच्चों को शिक्षित करने में ही सच्ची सफलता है, इसलिए आप सभी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें। ड्राप-आउट की समस्या नहीं होनी चाहिए, उन्हें उच्च शिक्षा हासिल कराने हेतु आपको प्रयत्नशील रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे राज्य में स्थापित विश्वविद्यालयों को भ्रष्टाचारमुक्त करने की दिशा में प्रयासरत हैं। उच्च शिक्षण संस्थानों में आधारभूत संरचनाएं विकसित की जा रही हैं।
माननीय राज्यपाल ने आज लातेहार-पलामू मार्ग अवस्थित नीलाम्बर-पीताम्बर तोरण द्वार में शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर के स्मारक स्थल में पूजा-अर्चना की एवं वहाँ अवस्थित
नीलाम्बर-पीताम्बर की
प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित की।
इससे पूर्व माननीय राज्यपाल महोदय के द्वारा आज लातेहार पहुँचने पर वहाँ परिसदन में रिंकी देवी, पति- स्व. दिनेश भुईयाँ एवं पूर्णिमा देवी, पति- स्व. संजय राम को अपने विवेकाधीन अनुदान मद से 1-1 लाख का चेक, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजना एवं मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना का लाभ प्रदान किया गया। विदित हो धनबाद रेलमंडल में निचितपुर हॉल्ट के पास पोल खड़ा करने के क्रम में दिनेश भुईया एवं संजय राम की मृत्यु हो गई थी।