प्रधानमंत्री मोदी ने की ‘चंद्रयान-3’ से जुड़े नए नामों की घोषणा, लैंडिग एरिया का आखिर ‘शिवशक्ति’ नाम ही क्यों रखा?
Chandrayaan 3: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘इसरो’ के वैज्ञानिकों को संबोधित किया। पीएम ने वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए उन्हें सम्मान दिया और बताया कि कैसे भारत ने दुनिया में अपना परचम लहराया है। प्रधानमंत्री ने इसरो चीफ एस सोमनाथ से पूरे चंद्रयान 3 मिशन के बारे में समझा और फिर इसके बाद तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उनमें से एक घोषणा लैंडिंग सरफेस के नाम शिवशक्ति को लेकर की गई।
आखिर क्यों दिया ‘शिवशक्ति’ नाम?
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि जिस जगह पर ‘चंद्रयान 3’ लैंड हुआ, उसे शिवशक्ति का नाम दिया गया है। पीएम ने कहा कि ये नाम ऐसे ही नहीं दिया गया। उन्होंने शिव में मानवता के कल्याण का संकल्प समाहित है और शक्ति से हमें उन संकल्पों को पूरा करने का सामर्थ्य मिलता है। चंद्रमा का शिवशक्ति पॉइंट हिमालय से कन्याकुमारी से जुड़े होने का बोध कराता है। हमारे ऋषियों ने कहा है कि यद पूर्वम यक्ष मन्तः प्रजानाम तन्म मनः शिवसङ्कल्पमस्तु॥२॥ इसका मतलब ये है कि जिस मन से हम कर्म करते हैं, विचार और विज्ञान को गति देते हैं।
शक्ति का आशीर्वाद जरूरी
इसके बाद पीएम ने शक्ति का अर्थ समझाते हुए कहा कि शक्ति का आशीर्वाद अनिवार्य है और ये शक्ति हमारी नारी शक्ति है। हमारी माताएं बहनें हैं। हमारे यहां कहा गया है कि सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि। अर्थात निर्माण से प्रलय तक पूरी सृष्टि का आधार नारीशक्ति ही है।
नारी शक्ति ने निभाई बड़ी भूमिका
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सबने देखा है कि ‘चंद्रयान 3’ में देश ने हमारी महिला वैज्ञानिकों ने देश की नारी शक्ति ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई है। चंद्रमा का शिव शक्ति पॉइंट सदियों तक भारत के इस वैज्ञानिक और दार्शनिक चिंतन का साझी बनेगा।