चोर राजेन्द्र बरनाल से 18 पिस्टल बरामद, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का था हथियार सप्लायर
मध्य प्रदेश के इंदौर में बीते दिनों पुलिस के हत्थे चढ़ा राजेन्द्र बरनाल और उसका साथी बबलू कहने के लिए तो चोर था, लेकिन जब पुलिस आरोपियों की कुंडली खंगाली तो राजेन्द्र का लॉरेंस विश्नोई गैंग से कनेक्शन सामने आया। आरोपियों से 18 अवैध पिस्टल बरामद हुई हैं।
इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने बताया कि राजेंद्र, खरगोन में रहने वाले अपने भाई नरेंद्र के साथ मिलकर अवैध हथियार बनाते हैं और देश की बड़ी अपराधिक गैंग को हथियारों की सप्लाई करते हैं। पुलिस जांच में कई ऐसे सबूत भी मिले, जिसमें राजेन्द्र का खालिस्तानी आतंकियों से कनेक्शन भी सामने आया हैं।
दिल्ली स्पेशल सेल के तत्कालीन डीसीपी संजीव कुमार यादव अगस्त 2021 में खुलासा किया था कि कुछ तत्व शातिराना ढंग से सोशल मीडिया का उपयोग कर खालिस्तानी एक्टिविस्ट को हथियार सप्लाय कर रहे हैं। उसी वक्त राजेन्द्र बरनाल को दिल्ली पुलिस ने भी अरेस्ट किया था।
बाद में जमानत पर छूटने के बाद राजेन्द्र, अपनी गैंग के साथ मध्य प्रदेश में फिर एक्टिव हो गया। चोरी की बड़ी वारदातों के साथ अवैध हथियारों के मुख्य धंधे में जुट गया। इस बार पुलिस हर मामले की तह तक जा रही हैं। उसके सहयोगी अर अन्य चार सदस्यों की भी लॉरेंस विश्नोई के साथ किस तरह की भूमिका रही, इस बारे में भी पता किया जा रहा हैं।
अवैध पिस्टल बरामद होने के बाद स्पेशल ब्रांच पुलिस ने अब आरोपी की जांच का दायरा भी बढ़ा दिया हैं। उसके अर उससे जुड़े लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले जा रहे हैं। पता किया जाएगा कि ऑनलाइन किस ढंग से राजेन्द्र या उससे जुड़े लोग हत्यारों की बुकिंग लेते थे। इस सौदेबाजी में पेमेंट किस तरह लिया जाता हैं। साथ ही खरगोन में अवैध रूप से हथियार बनाने की फैक्ट्री संचालित करने में संरक्षण किसका रहा, उन इनपुट को भी तलाशा जा रहा हैं।