हजारीबाग में पाये गए डेंगू के चार केस
हजारीबाग जिला में डेंगू के चार केस पाये जा चुके हैं। वर्तमान समय में चारों ही मरीज स्वरूप है, किन्तु सावधानी नहीं बरतने पर अन्य लोगों में भी उक्त बीमारी का प्रकोप हो सकता है। डेंगू एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित मादा एडिज मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर घर के अन्दर और बाहर जमा साफ पानी में पैदा होते हैं एवं दिन में काटते है।
इस बीमारी से बचने के लिए जनहित में निम्नलिखित सावधानी बरतना आवश्यक है
घर के अन्दर और बाहर अनावश्यक रूप से पानी जमा न होने दें। जलपात्र को हमेशा ढक कर रखें। पानी की टंकी, कूलर, फ्रीज, फूलदान इत्यादि की प्रत्येक सप्ताह सफाई करें और इनका पानी बदलते रहें।
नियमित रूप से घर के आसपास जमा पानी में किरासन तेल, जला हुआ गोबिल अथवा अन्य तैलीय पदार्थों को डालकर मच्छर के लार्वा को नष्ट करें। दिन या रात किसी भी समय सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। शरीर को पूरी तरह से ढककर रखने वाले कपड़े पहने। बुखार, सर दर्द, बदन दर्द इत्यादि लक्षण पाये जाने पर अपना इलाज चिकित्सक से कराएं। डेंगू के लक्षण पाये जाने पर चिकित्सक के परामर्श का पूर्णतः अनुपालन करें एवं
अपने रक्त की जाँच कराएं। डॉ. कपिलमुनि प्रसाद जिला भी.बी.डी. पदाधिकारी ने कहा कि डेंगू बीमारी के इलाज के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। चिकित्सक के परामर्श से इसका सपोर्टिव ट्रीटमेंट ही किया जाता है। बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है। इसलिए डेंगू से बचाव के लिए उपर्युक्त दिशा-निर्देशों का अनुपालन आवश्य करें।