जिला स्तरीय नार्काे कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक सम्पन्न,
सूचनाओं का आदान-प्रदान कर त्वरित कार्रवाई करे: डीसी
चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाने की जरूरत- एसपी
मादक पदार्थ के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों को लेकर जनजागरुकता फैलाने पर हुई चर्चा
हज़ारीबाग़
नार्काे कोऑर्डिनेशन सेंटर की हजारीबाग ज़िला स्तरीय कमिटी की बैठक उपायुक्त नैंसी सहाय की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम तथा विभिन्न स्तर पर समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम के उद्देश्य से चार स्तरीय नार्कों कॉर्डिनेशन सेंटर मेकानिज्म गठित टीम द्वारा पुरी मुस्तैदी एवं समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान कर त्वरित कार्रवाईयां करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नशे की लत सभी के लिए घातक है इसकी जद में आने से परिवार को कई कठिनाइयों से गुजरना होता है।
मौके पर पुलिस अधीक्षक चोथे मनोज रतन ने कहा कि मादक पदार्थाें की खेती एवं सेवन बहुत ही संवेदनशील एवं गंभीर विषय है। प्राथमिक स्तर पर ही इसके रोकथाम एवं इसमें संलिप्त गिरोहों पर कार्रवाई करना आवश्यक है। साथ ही समाज को भी जागरूक करना जरूरी है ताकि इसके दुष्प्रभाव को खत्म किया जा सके। इस बाबत उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ साथ तस्करी पर लगाम लगाने की कारवाई करना, जिला के चिन्हित प्रखंड ख़ासकर चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाना होगा, बतया गया कि चौपारण क्षेत्र जहां मादक पदार्थों की खेती होती है सुदूरवर्ती होने के साथ-साथ बिहार की सीमा से लगा भी हुआ वहां विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करें।
वहीं मादक पदार्थ, सेवन के दुष्प्रभाव एवं अधिनियम की धाराओं संबंधी जनजागरूकता हेतु स्कूल कॉलेजों में कार्यक्रम करने, सोशल मीडिया, बैनर एवं परंपरागत मीडिया के माध्यम से जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार करने का निर्देश जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी को दिया। वहीं सीविल सर्जन को नशा मुक्ति केन्द्र में सभी आवश्ययक सुविधाएं सुनिश्चित करने एवं गतिशील रखने का निर्देश दिया गया। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एनजीओ द्वारा संचालित केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं, संचालन आदि को चाक चौबंद रखने, मॉनिटरिंग एवं निगरानी का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया। मौके पर उपायुक्त ने जिला औषधी निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम हेतु मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बैगर इस प्रकार के दवाओं की बिक्री नहीं करने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में उपायुक्त, एसपी सहित आईपीएस आरिफ, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर/बरही, सीविल सर्जन सहित कमिटी के अन्य सदस्य एवं अधिकारीगण मौजूद थे।