Saturday, November 23, 2024

उड़ान फैलोशिप: हरदा जिले मध्यप्रदेश में लड़कियों के मुद्दे,शिक्षा और सपनो के प्रति समर्पण

उड़ान फैलोशिप: हरदा जिले मध्यप्रदेश में लड़कियों के मुद्दे,शिक्षा और सपनो के प्रति समर्पण

हरदा जिला, मध्यप्रदेश -उड़ान फैलोशिप कार्यक्रम आदिवासीय लड़कियों के सपने,मुद्दे, शिक्षा का महत्वपूर्ण उपाय निकलकर आया है जो समाज के साथ-साथ एक व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक है। हमारे देश में अधिकांश लोगों के लिए यह दुविधा का विषय है, खासकर गरीब और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए। लेकिन हरदा जिले मे पिछले 8 वर्षो मे सिनर्जी संस्थान ने उड़ान फैलोशिप के जरिये हरदा जिले की 100 युवतियों ने एक साल की फैलोशिप यात्रा पुरी की, और उनके सपनों को साकार करने के लिए ‘सिनर्जी उड़ान फैलोशिप’ के रूप में एक महत्वपूर्ण योजना का हिस्सा बनी है।
उड़ान फैलोशिप का मुख्य उद्देश्य है युवतियों को उनकी शिक्षा,सपने, हक,और अधिकार के प्रति जागरूक बनाना, उन्हें विशेषज्ञता और आत्म-विश्वास दिलाने के लिए सहायता करना, और उन्हें समाज में अपनी आवाज बुलंद करने का साहस दिलाना है।

उड़ान फैलोशिप नोबे बेच 2023 के अंतर्गत 2023 हरदा जिले से 260 आवेदन आये, जिनमें इस वर्ष 50 आदिवासीय समुदाय की लड़कियों को चुना जायेगा जो इस साल के लिए उड़ान कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी। इन युवतियों को हर माह 2500 रुपए की आर्थिक मासिक सहायता मिलेगी, जिससे उनकी शिक्षा का खर्च संभाला जा सकेगा | उड़ान फैलोशिप के अंतर्गत, इन युवतियों को शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपने सपनों की पूर्ति के लिए तैयार हो सकेंगी। इसके साथ ही, उन्हें अपने हक, अधिकार, और समाज में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।इस प्रोजेक्ट के तहत युवतियों को भ्रमण का अवसर भी मिलेगा, जिससे उनकी दृष्टि विस्तारित होगी और वे नई दुनियों को जानने का सुनहरा अवसर प्राप्त करेंगी।हरदा जिले की युवतियों को भावनात्मक और आर्थिक समर्थन मिलेगा, जो उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए मजबूती देगा। यह योजना एक नई सोच का प्रतीक है, जो गरीब और अल्पसंख्यक आदिवासीय समुदायों की लड़कियों को उनके सपनों की पूर्ति के लिए संघर्ष करने की हिम्मत देने का प्रयास कर रही है।
उड़ान फैलोशिप ने हरदा जिले में आदिवासीय लड़कियों के सपनो और शिक्षा के क्षेत्र में एक नया परिवर्तन लाया है, और यह योजना आने वाले सालों में और भी अधिक युवतियों को उनके सपनों की पूर्ति के लिए प्रेरित करेगी। इसके साथ ही, यह एक उदाहरण साबित करता है कि युवा और समाज साथ मिलकर बदलाव लाने में सक्षम हैं, चाहे वो किसी भी समुदाय से हों।
उड़ान फैलोशिप का यह सफल प्रयास हर किसी को यह सिखाता है हर सपने और शिक्षा एक उच्चतम मूल्य है, और यह समझाता है कि हर किसी को इसका हक है। हम उन युवतियों को सलामी देते हैं, जिन्होंने उड़ान फैलोशिप के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन की शुरुआत की है, और हम उन्हें उनके सपनों की पूर्ति के लिए शुभकामनाएँ देते हैं।

उड़ान फैलोशिप से आदिवासीय लड़कियों को मिलने वाली सुविधाये

प्लानिंग कार्यशाला – लड़कियों को प्लानिंग कार्यशालाओं में भाग लेने का मौका मिलता है, जिसमें वे अपने लक्ष्यों की योजना बनाती हैं।
शिक्षा समर्थन- सिनर्जी उड़ान फैलोशिप के अंतर्गत, प्रत्येक लड़की को उनके शिक्षा के क्षेत्र में समर्थन प्राप्त होता है।

अर्थिक मासिक सहायता- प्रत्येक लड़की को पच्चीस सौ मासिक रूपए की सहायता जाती है, जिससे उनके जीवन और शिक्षा के लिए आरामदायक माहौल बन सके।

शिक्षा अधिकार- उड़ान कार्यक्रम से लड़कियों को उनके शिक्षा और अधिकार की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है, जिससे उन्हें अपने अधिकारों का सही तरीके से उपयोग करने की सामर्थ्य मिलती है।

भेदभावराहित माहौल- उड़ान कार्यक्रम में एक भेदभावराहित माहौल प्रदान किया जाता है, जिससे सभी लड़कियाँ बिना किसी प्रकार के भेदभाव के एक साथ आ कर सीखने – सिखाने की प्रक्रिया को जान समझ और जी सके ।

अपनी बात रखने के मौक़े- इस कार्यक्रम के अंतर्गत, लड़कियों को अपनी बात रखने के मौक़े दिए जाते है, ताकि वे अपने विचारों और दृष्टिकोण को साझा कर सकें।

अलग – अलग ग्रामों की लड़कियों के एक साथ आ कर सीखना- वे अलग ग्रामों की लड़कियों के साथ सहयोग का मौका पाती हैं, जो उनके व्यापक अनुभव को बढ़ावा देता है। इससे वे अलग ग्रामों की लड़कियों के साथ दोस्ती बढ़ाती हैं और लम्बे समय तक दोस्ती का संबंध बनाती हैं।

भ्रमण का अवसर- उड़ान कार्यक्रम में भ्रमण का अवसर भी दिया जाता है, जिससे लड़कियों को नई जगहें देखने और अधिक सीखने का मौक़ा मिलता है ।इसके साथ लड़कियों को एक साथ में सामूहिक भ्रमणों पर जाने का अवसर मिलता है, जिससे वे नई जगहें और विभिन्न संस्कृतियों को जानती हैं।


सामाजिक संचालन- कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक संचालन की भी शिक्षा दी जाती है, ताकि लड़कियाँ समाज के साथ एक बेहतर संवाद कर सके |

अपने ग्राम को बेहतर तरह से जानना और समझना- लड़कियों को अपने ग्राम के विकास के ढांचों, जैसे कि स्कूल, अंगनवाड़ी, पंचायत, और ग्राम स्तर की समितियों को समझने का मौका मिलता है। और जमीनी स्तर पर वे जुड़कर कार्य करती है,और महिलाओ के मुद्दों पर आवाज बुलंद करती है |

विभिन्न कार्यशालाओं और मीटिंग से सीखना- वे विभिन्न कार्यशालाओं से समझने का मौका पाती हैं, जो उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास को बढ़ावा देते हैं।
मंच प्रदान करना- वे अपनी बातों को खुल कर रखती हैं, जिसमें कोई दबाव या बॉर्डर नहीं होता, और वे अपने विचारों को साझा करती हैं।

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