कई नामचीन पत्रकारों के घर छापेमारी, चीन से मिलीभगत का अंदेशा…..
मंगलवार 3 अक्टूबर को दिल्ली में नमचीन पत्रकारों के घर छापेमारी चल रही है. बता दे कि दिल्ली पुलिस ने Newsclick वेबसाईट के जाने-माने पत्रकार के घर रेड मारी है. इस दौरान मीडिया पत्रकारों के घर से लैपटॉप सहित कई सामान को जब्त किया है. इन पत्रकारों पर आरोप है कि यह चीन से मिली भगत कर मोदी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. वैसे इस कार्रवाई को बिहार सरकार की जाति जनगणना रिपोर्ट से ध्यान भटकने की कार्रवाई भी मानी जा रही है.
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि 2021 में अवैध फंडिंग मामले में न्यूज क्लिक पर मुकदमा दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने यह मुकदमा दर्ज किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक न्यूज क्लिक को चीनी कंपनियों के जरिए संदिग्ध फंडिंग मिली थी. इसी कड़ी में मंगलवार सुबह से ही दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रेड जारी है. यह छापेमारी 30 से ज्यादा ठिकानों पर चल रही है. सूत्रों के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है. वही पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम अपने साथ लेकर गई है.
अभिसार शर्मा ने ट्वीट कर दी जानकारी
Delhi police landed at my home. Taking away my laptop and Phone…
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) October 3, 2023
अभिसार शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली पुलिस उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप और फोन जब्त कर लिया.
जर्नलिस्ट भाषा सिंह ने भी ट्वीट कर दी जानकारी
जर्नलिस्ट भाषा सिंह के घर पर भी पुलिस ने छापा मारा है. भाषा ने भी ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने लिखा “ये मेरा लास्ट ट्वीट है. दिल्ली पुलिस ने मेरा मोबाइल जब्त कर लिया है.”
राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट कर किया सवाल
Breaking story this morning: Delhi police special cell raids homes of several journalists/writers associated with Newsclick website. Take away mobiles and laptops.. interrogation on. No warrant/FIR shown yet. Since when did journalists become state ‘enemies’ in a democracy?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) October 3, 2023
वहीं राजदीप सरदेसाई ने कारवाई पर सवाल उठाते हुए लिखा कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक वेबसाइट से जुड़े कई पत्रकारों, लेखकों के घरों पर छापेमारी की. मोबाइल और लैपटॉप ले गए.. पूछताछ जारी. अभी तक कोई वारंट/एफआईआर नहीं दिखाया गया. लोकतंत्र में पत्रकार कब से राज्य के ‘दुश्मन’ बन गए?”