NIA के मोस्ट वांटेड का पासपोर्ट रांची में बना….
रांची : NIA के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शुमार मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा का पासपोर्ट रांची में 31 अक्टूबर 2016 को बना था, जिसकी वैधता 30 अक्टूबर 2026 तक है। इस बात का खुलासा जांच से हुआ है, हालांकि इस बिंदु पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, पर मीडिया रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि शाहनवाज की गिरफ्तारी दिल्ली के जैतपुर से हुई। वह मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग के पेलावल थाना क्षेत्र के पगमिल गांव का रहने वाला है। NIA ने उस पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। शाहनवाज ने बेंगलुरु के विश्वेश्वरैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियरिंग में बी-टेक किया है। उसके पिता हजारीबाग में एक स्कूल में हेडमास्टर रह चुके हैं।
सबसे हैरत की बात यह है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन तीन संदेही आतंकियों को अरेस्ट किया है, इनका कनेक्शन झारखंड से है। पकड़े गये लोग क्रमशः हजारीबाग और गढ़वा के रहनेवाले हैं, वहीं तीसरे का कनेक्शन भी झारखंड से है। इससे पहले इसी साल जुलाई में लोहरदगा से फैजान को गिरफ्त में लिया गया था। खबर है कि NIA की रांची टीम दिल्ली जाने की तैयारी में है। गिरफ्तार तीनों संदेही आतंकियों को रिमांड पर लेकर झारखंड आयेगी और पूछताछ करेगी। पकड़े गये लोगों के नाम मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा, रिजवान अशरद एवं मोहम्मद अरशद वारसी बताये गये हैं। खबर है कि शाहनवाज दिल्ली के जैतपुर और मोहम्मद रिजवान अरशद लखनऊ से पकड़े गये, वहीं मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद से धरा गया।
पुलिस जांच से खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आतंकी देश में आतंक की गाथा लिखने की तैयारी में जुटे थे। इनके पास से कई धार्मिक स्थलों के मानचित्र भी मिले हैं। इनका इरादा बहुत खतरनाक था। गिरफ्तार मो रिजवान के बारे में बताया जा रहा है कि वह झारखंड के गढ़वा के रांकी मोहल्ले का रहनेवाला है। उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उसने कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रखा है। उसके पिता सरकारी टीचर हैं। वहीं इसी साल लोहरदगा से पकड़े गये फैजान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष का छात्र है। वह लोहरदगा के न्यू रोड मिल्लत कॉलोनी का रहने वाला है।