सनसनीखेज खुलासा: सदर अस्पताल प्रबंधन पर विष्णुगढ़ निवासी ने लगाया सनसनीखेज आरोप,
6 वर्ष के थैलेसेमिया ग्रसित बच्चे को चढ़ा दिया एचआईबी पॉजिटिव खून
पैथोलॉजी में जांच कराने पर हुआ एचआईबी पॉजिटिव होने का खुलासा
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन ने दिए टीम गठन कर जांच के आदेश
बच्चे के परिजनों ने लगायी मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार
हजारीबाग। हमेशा उल-जलूल कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली हजारीबाग सदर अस्पताल में एक और हृदयविदारक सनसनीखेज मामला सामने आया है। विष्णुगढ़ के तेली मोह्हला अखाड़ा चौक निवासी चेतन कुमार पिता रमेश शर्मा ने हजारीबाग अस्पताल प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके 6 वर्षीय बेटे की जिन्दगी मौत की अंधेरे कुए में धकेलने का संगीन आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगायी है। इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, हजारीबाग सांसद, विधायक और उपायुक्त को आवेदन दिया है। चेतन ने बताया कि उनका 6 वर्षीय एकलौता पुत्र यशवंत ठाकुर बचपन से ही थैलेसेमिआ नामक रोग से ग्रसित था। हर माह वो अपने बच्चे को लेकर अक्सर सदर अस्पताल डॉक्टरों के देख रेख में वहां खून चढ़वाया करते थे। 30/05/2023 को खून की आवश्यकता होने पर सदर अस्पताल डॉक्टरों की देख रेख में बेटे को खून चढ़वाया। उस वक़्त मेरे बेटे को थैलेसेमिया के अतिरिक्त कोई बीमारी नहीं था। 03/10/2023 को जब मैंने अपने बच्चे की खून जांच करवाई तो वो एचआईबी पॉजिटिव पाया गया। इस दौरान मैने कही भी अपने बेटे को अन्यत्र स्थान पर खून कभी नहीं चढवाई। इससे साफ पता चलता है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण जिसमें ब्लड बैंक कर्मचारी, डॉक्टर, नर्स शामिल है उनके कारण ही मेरे बेटे को एचआईबी पॉजिटिव खून चढ़ा दिया गया। कहा कि ये घोर लापरवाही का मामला है। मेरे बेटे की जिंदगी बर्बाद हो गयी। जब मैने इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन से बात की तो उन्होंने मेरी बातों को तवज्जो न देते हुए मेरे साथ बदतमीजी की। चेतन ने पत्रकारो को कहा कि मुझे कुछ नहीं लेकिन न्याय चाहिए। मेरे बेटे की जिंदगी से अस्पताल प्रबंधन ने खिलवाड़ किया है। मुख्यमंत्री न्याय करें।
इधर इस मामले की जानकारी होने के बाद सांसद जयंत सिन्हा की मीडिया प्रभारी मोनालिसा लकड़ा ने सोमवार को हजारीबाग सदर अस्पताल के अधीक्षक एवं उपाधीक्षक से मुलाकात की। अधीक्षक डॉ विनोद कुमार के समक्ष जब सबूतों के साथ तथ्यों को सिलसिलेवार ढंग से रखा गया तो उन्होने एक जांच कमिटी गठित कर निष्पक्ष जांच की बात की। कहा कि जो दोषी होंगे उन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बच्चे की मां ने कहा कि वह अपने बेटे के साथ हुए अन्याय के लिए न्याय की मांग करती है।