Monday, November 25, 2024

पत्थलगड़ा प्रखंड के बाजोबार में शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल, एक शिक्षक के भरोसे है विद्यालय

पत्थलगड़ा प्रखंड के बाजोबार में शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल, एक शिक्षक के भरोसे है विद्यालय

अफसरों की मनमानी की सजा भुगत रहे सभी बच्चें,जल्द ही यहां एक शिक्षक किया जाए नियुक्त : धुपाल प्रसाद

सुजेक सिन्हा
द जोहार टाइम्स

चतरा / पत्थलगड़ा प्रखंड के नवाडीह पंचायत मुख्यालय स्थित प्राथमिक विद्यालय बाजोबार का हाल बेहाल है, जहां करीब छह महीने से मात्र एक शिक्षक के भरोसे कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चे पढ़ रहे हैं। यहां पर 75 से 80 बच्चे नामांकित है, लेकिन सभी का भविष्य छह महीने से एक शिक्षक के भरोसे है। साथ ही पढ़ाने से लेकर सरकारी कामकाज को लेकर आने-जाने का काम भी खुद करते हैं। इन हालातो की वजह से सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। इस तरह के हैं हालात।

 

प्राथमिक विद्यालय बाजोबार में कक्षा एक से लेकर पांच तक यानी कुल बच्चों की संख्या करीब 75 से 80 है उन सभी को सहायक शिक्षक जितेंद्र प्रसाद चौधरी पढ़ा रहे थें। उन्होंने बताया कि यहां के एक शिक्षक 6 महीना पहले ही रिटायर होकर चले गए। तब से हमारे द्वारा यह पूरा विद्यालय है, और मैं अकेला कक्षा एक से लेकर पांचवें तक के सभी बच्चों को देख व पढ़ा रहा हूं। उन्होंने बताया कि हम पूर्व में ही अपने सीआरपी, बीपीओ, बीआरपी एवं बीईओ पदाधिकारी से एक शिक्षक नियुक्त करने को लेकर मांग किया था उसके बाद पूर्व बीईओ पदाधिकारी के द्वारा एक चिट्ठी बनी थी हमारे विद्यालय को लेकर पोखन राम के नाम से, वह चिट्ठी जिले में पहुंची उसके बाद आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उनके द्वारा आगे बताया गया कि हमारे द्वारा पदाधिकारी को फिर से एक शिक्षक नियुक्त करने की बात कही गई उस पर पदाधिकारीयों के द्वारा जल्द ही विद्यालय में एक शिक्षक बहाल करने की बात कही गई है।

इस दौरान वहीं मौजूद धुपाल प्रसाद ने बताया कि यहां पर पूर्व शिक्षक केदार दांगी के रिटायर हुए करीब छः महीने बीतने को हैं, तब से यह विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों की भविष्य सिर्फ एक शिक्षक के हाथ में रह गई है। अकेला शिक्षक सभी बच्चों को पढ़ाये तो आखिर पढ़ाये कैसे, अच्छे से पढ़ाई नहीं होने के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में है। उन्होंने बताया कि यहां पर एक शिक्षक मात्र हैं और विद्यालय के कार्यों को लेकर कभी-कभी इन्हें बाहर आना-जाना भी पड़ता है तब सभी बच्चे मस्ती करते नजर आते हैं। और तो और कभी आपातकालीन कुछ वैसी घटना हो जाती है तो विद्यालय भी बंद हो जाती है। अफसरों की मनमानी की सजा भुगत रहे हैं यहां के सभी बच्चे, जिम्मेदार अफसर इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं, ध्यान देने की बेहद जरूरत है, ताकि बच्चों का पढ़ाई से खिलवाड़ ना हो और ना किया जाए। उन्होंने आगे शिक्षा विभाग के पदाधिकारीयों से कहा है कि प्रखंड क्षेत्र के नवाडीह पंचायत मुख्यालय स्थित बजोबार प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक जल्द से जल्द नियुक्त किया जाए ताकि बच्चों का पढ़ाई चौपट ना हो। श्री प्रसाद ने बताया कि पैसे वाले तो प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को भेजते हैं। लेकिन जो गरीब परिवार से हैं वह अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते हैं। लेकिन ऐसे में अगर सरकारी स्कूलों में भी अच्छी शिक्षा नहीं मिले तो वह आखिर कहां पढ़ाएंगे। ग्रामीणों ने भी जिला शिक्षा अधीक्षक से स्कूली शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करवाने की गुहार लगाई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

आपकी राय
न्यू अपडेट
राशिफल
लाइव स्कोर
आज का मौसम

RELATED NEWS

error: Content is protected !!