ईडी ने भेजा कारण बताओ समन, झरपो की 12 महिलाएं हुई साइबर ठगी की शिकार
संतोष शर्मा
टाटीझरिया/विष्णुगढ़। हजारीबाग जिला अंतर्गत टाटीझरिया प्रखंड के झरपो गांव में साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जहां मजदूरी कर रोजी-रोटी कमाने वाली 21 महिलाएं साइबर ठगी के नेटवर्क की शिकार हुई हैं। बीते दिन झारपो की 12 महिलाओं को ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के अनुच्छेद 8 (1) के तहत 115 पन्नों का कारण बताओ समन भेजा गया है। समन मिलने के बाद से महिलाओं के होश उड़ गए हैं। बता दें कि महिलाओं के नाम से एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक एवम आइसीआइसीआइ बैंक में खाता खोला गया। जिसमें साइबर ठग रॉबिन यादव ने तीन करोड़ 90 लाख रुपए जमा किए और अब तक 3 करोड़ 25 लाख रुपए की निकासी हो चुकी है। हालांकि महिलाओं का कहना है कि इन सारी गतिविधियों से वह पूर्ण रूप से अनजान हैं। पीड़ित महिलाओं ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि एक वर्ष पूर्व भराजो निवासी गुड़िया देवी पति अरुण प्रसाद ने उनका बैंक में खाता खुलावाया। उसने रोजगार दिलाने, सिलाई मशीन सिखाने, लघु व कुटीर उद्योग जैसे मोमबत्ती, अगरबत्ती बनाने की मशीन दिलाने समेत कई प्रकार का प्रलोभन दिया था।इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ईडी ने बीते साल 20, 27 और 28 दिसंबर 2023 को रॉबिन यादव के कोलकाता स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। वहां मिले दस्तावेजों की जांच में पता चला कि रॉबिन ने बड़ी राशि झरपो की 12 महिलाओं के बैंक खातों समेत कई खातों में ट्रांसफर किया है। अब इन सभी महिलाओं को ईडी ने समन भेजा है, और 9 मार्च तक लिखित में जवाब मांगा है। फिलहाल इन महिलाओं के खातों को पीएमएलए के अनुच्छेद 17 (4) के तहत फ्रीज कर दिया गया है। ठगी से अनजान पीड़ित महिलाओं ने मदद की गुहार लगाते हुए हजारीबाग जिला उपायुक्त के साथ-साथ टाटीझरिया थाना प्रभारी अनुभव भारद्वाज के समक्ष आवेदन दिया है। थाना प्रभारी ने कहा कि यह गंभीर जांच का विषय है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। ईडी द्वारा भेजे गए समन में झरपो निवासी उमा देवी, बाली देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, चमेली देवी, कौलेश्वरी देवी, वीणा देवी, नीतू देवी, संजू देवी, सोनिया देवी, हेवंती देवी एवं सोनी देवी शामिल है।