अबुवा आवास योजना में धांधली की शिकायत डीसी तक पहुंची
पदमा
सरकार द्वारा कोई भी योजना जन कल्याण के लिए चलाई जाती है, लेकिन जन कल्याणकारी योजना में बिचौलिया हावी हो जाने के कारण वास्तविक लाभुक योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं, वर्तमान सीएम चम्पई सोरेन हर मंच से बिचौलिया पर अंकुश लगाने की बात पर जोर देते नजर आ रहे हैं. अधिकारियों को भी योजना को सरजमीं पर उतारने की नसीहत दे रहे है. इसके बाबजूद अबुआ आवास योजना में धांधली की शिकायत डीसी तक पहुचने लगी है, जरूरत है ग्रामीणों की शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए पूरे मामले की जांच करने की, योजना की अभी शुरुवात है,अगर अभी बिचौलिया पर अंकुश लग गया तो जरूरतमंदों तक योजना का लाभ जरूर पहुच जाएगा।
शुक्रवार को पदमा प्रखंड के ग्रामीण समाहरणालय पहुँच कर डीआरडीए निदेशक पंकज तिवारी को डीसी के नाम ज्ञापन सौपा ग्रामीणों का आरोप है कि अबुआ आवास योजना के लाभुकों के चयन में अनियमितता बरती गई है, सुखी सम्पन्न लोगों का चयन अबुआ आवास के लिए किया गया, कुछ वैसे भी लोगों को स्वीकृति पत्र दिया गया जिसे पूर्व में पीएम आवास मिल चुका है, जबकि प्रखंड के योग्य, लोगों का चयन बहुत कम ही किया गया, साथ ही जियो टैग कर रहे अधिकारीयों के द्वारा रिश्वतखोरी का भी मामला सामने आया हैं।ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच करते हुए दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग की है।
पदमा प्रखंड में अबुआ आवास को लेकर जोर-शोर से धांधली की जा रही है। करीबियों को अबुआ आवास का लाभ देकर धड़ल्ले से जियो टैगिंग की जा रही है। साथ ही यह भी बताया की प्रखंड के योग्य लाभुकों की सूची में ओपेरेटर के द्वारा लाभुकों के केटेगरी में भी फेर बदल की गई हैं एसटी लाभुकों को एससी की सूची में डाल दिया गया है, एवं ओबीसी लाभुकों को एससी सूची में डाल दी गई है, साथ ही कुछ योग्य लाभुकों की सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में पोर्टल पर इंट्री की गई है परन्तु अबुवा आवास के पोर्टल पर इंट्री नहीं की गई है। प्रखंड क्षेत्र की लगभग सभी पंचायतों में इस प्रकार का घालमेल किया जा रहा है। इस बारे में प्रखंड मुख्यालय में पता करने पर कह देते हैं कि जिले से सूची तैयार की गई है। उसी के आधार पर हमलोग अबुआ आवास योजना के लिए जियो टैगिंग कर रहे हैं जबकि ऐसा नहीं है। ज्ञापन सौपने के क्रम समाजसेवी पुरुषोत्तम पाण्डेय, राहुल कुमार, निरंजन कुमार राणा,अशोक प्रसाद मेहता, रितेश कुमार,राजेश कुमार, सूरज कुमार, विक्रम कुमार, धर्मेन्द्र कुमार आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।