झारखंड: कोयला और बालू ढोनेवालों से वसूली करना पड़ा महंगा, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, दो थाना प्रभारियों को शोकॉज, DSP के स्टिंग में सबकी खुली राज
गिरिडीह: कोयला और बालू ढोनेवालों से वसूली करने के मामले में गश्ती दल के तीन पुलिसकर्मियों को गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा ने निलंबित कर दिया है, जबकि दो थाना प्रभारियों को लापरवाही बतरने के आरोप में स्पष्टीकरण (शोकॉज) जारी किया गया है. बता दें कि गिरिडीह के एसपी को पिछले दिनों जानकारी मिली कि गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र, पचंबा थाना क्षेत्र और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में लगाये गये गश्ती दलवालों में से कई वसूली करने में व्यस्त हैं. सूचना मिली थी कि गिरिडीह की उसरी नदी से बालू की अवैध ढुलाई करनेवालों से वसूली हो रही है, वहीं सीसीएल क्षेत्र से साइकिल और बाइक पर कोयला ढोनेवालों से भी अक्सर वसूली की जाती है. इस शिकायत पर एसपी ने डीएसपी मुख्यालय कौशर अली को औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया था. डीएसपी कौशर अली ने गिरिडीह नगर थाना और पचंबा थाना क्षेत्र के कई चिन्हित स्थानों का निरीक्षण किया. जिसमें कालीबाड़ी चौक के पास कोयला ढोनेवालों से अवैध वसूली करते एक गश्ती दल के तीन लोगों को रंगेहाथ पकड़ लिया. औचक निरीक्षण के क्रम में कई स्थानों से गश्ती दल गायब भी पाया गया. डीएसपी की रिपोर्ट पर एसपी ने गश्ती दल के तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
इन इलाकों में वसूली की मिली थी शिकायत
एसपी को पिछले दिनों सूचना मिली थी कि नगर थाना, पचंबा थाना और मुफस्सिल थाना के इलाके में कई गश्ती दल के पुलिसकर्मी अवैध कोयला और बालू ढोनेवालों से वसूली में व्यस्त हैं. जानकारी मिली थी कि शास्त्री नगर मोड़, हरिचक, सिहोडीह, झरियागादी, अरगाघाट नया पुल, कालीबाड़ी चौक, कोलडीहा पेट्रोलपंप के पास और आईएमएस रोड में गश्ती दल की गाड़ी लगी होती है और इसमें से कई पुलिसकर्मी वसूली में मशगुल रहते हैं. शिकायत मिली थी कि साइकिल और बाईक से अवैध कोयला ढोनेवालों से 50 रुपये से लेकर 100 रुपये तक की वसूली खुद पुलिसवाले करते हैं.
वसूली करते पुलिसवालों का ही हो गया स्टिंग
एसपी के निर्देश पर डीएसपी कौशर अली सिविल ड्रेस में रात तीन बजे गिरिडीह नगर थाना व पचंबा थाना के कई इलाके में नाटकीय ढंग से पहुंचे. इस क्रम में जब वे कालीबाड़ी चौक पहुंचे तो मकतपुर के इलाके में एक गश्ती दल को उन्होंने पैसा वसूलते देखा. इस क्रम में डीएसपी के साथ गये पुलिस के एक जवान ने स्टिंग भी किया. वसूली कर रहे गश्ती दल के पुलिसवालों से जब डीएसपी ने नाटकीय ढंग से हिस्से की मांग की तो पुलिसवाले उनसे उलझ गये. पुलिसवालों को पता नहीं था कि उनकी करतूत की विजुवल रिकॉडिंग हो रही है. जब काफी देर बाद पुलिसवालों को पता चला की उनसे पूछताछ करने वाले खुद डीएसपी हैं तो सभी हक्के-बक्के रह गये और वहां से भाग निकले. स्टिंग के बाद डीएसपी नगर थाना पहुंचे और ड्यूटी रजिस्टर की जांच की. जांच में पुष्टि हुई की कई लोग ड्यूटी से गायब हैं. रिपोर्ट के बाद एसपी ने इस गश्ती दल के तीन पुलिसकर्मी ब्रजकिशोर श्रीवास्तव, अयाज खां एवं दुबराज को निलंबित कर दिया है, जबकि प्राईवेट ड्राइवर अनीश के विरूद्ध भी कार्रवाई का संकेत दिया है. इस स्थल पर एक पुलिसकर्मी के हाथ से वसूला गया 100 रुपया भी बरामद किया गया.
*नगर और पचंबा थाना प्रभारी से किया गया स्पष्टीकरण*
औचक निरीक्षण के क्रम में नगर और पचंबा थाना क्षेत्र के कई इलाकों में गश्ती दल नहीं देखे जाने पर भी एसपी को रिपोर्ट की गयी है. डीएसपी ने रिपोर्ट किया है कि शहर में मध्यरात्रि के बाद गश्ती दलों की कार्यप्रणाली सही नहीं है. जांच के दौरान पचंबा थाना से लेकर नगर थाना क्षेत्र के टावर चौक तक गश्ती वाहन भी नहीं दिखाई दिया. उन्होंने बताया कि वे एक घंटे तक क्षेत्र में बने रहे, लेकिन पेट्रोलिंग गाङी नहीं दिखी. रिपोर्ट में लिखा गया है कि गश्ती दलों को मध्यरात्रि के बाद वरीय पदाधिकारियों के औचक निरीक्षण का डर-भय भी नहीं है और कई पुलिसवाले अधिकारियों की मिली भगत से अवैध कोयला और बालू ढानेवालों से अवैध वसूली भी करते हैं. इस मामले को एसपी ने गंभीरता से लेते हुए गिरिडीह नगर और पचंबा के थाना प्रभारी से स्पष्टीकरण भी किया है. थाना प्रभारियों द्वारा गश्ती दल की निगरानी या औचक जांच नहीं किये जाने के मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया है.