Monday, November 25, 2024

बदायूं हत्याकांड को कैसे दिया अंजाम? FIR की कापी में पढ़ें मर्डर केस की पूरी कहानी

बदायूं हत्याकांड को कैसे दिया अंजाम? FIR की कापी में पढ़ें मर्डर केस की पूरी कहानी

 

यूपी के बदायूं में हुई हत्या (Budaun Murder Case) ने दहला दिया है. यहां दो बच्चों की बेरहमी से हत्या हुई है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है. मृतक बच्चों के पिता विनोद कुमार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में लिखा है कि मैं विनोद कुमार सिविल लाइन का रहने वाला हूं. 19 मार्च 2024 को शाम समय लगभग पौने 7 बजे हमारे घर के सामने नाई की दुकान करने वाला साजिद पुत्र बावू अपने भाई जावेद के साथ मोटर साइकिल पर आया. साजिद मोटर साइकिल से उतरकर मेरे घर के अंदर आया. उस समय घर पर मेरी पत्नी संगीता देवी, मेरी माता मुन्नी देवी और मेरे तीन छोटे बच्चे आयुष प्रताप उम्र 13 साल, पीयूष प्रताप उम्र 9 साल और आहान प्रताप उम्र 6 साल मौजूद थे. साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से कहा कि मेरी पत्नी को डिलीवरी होनी है आज रात 11 बजे का समय दिया गया है. उस समय साजिद का भाई जावेद मोटर साइकिल लिए बाहर खड़ा था.

 

हत्या को कैसे दिया अंजाम?

 

साजिद ने मेरी पत्नी से 5000 रुपये मांगे. मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं. तभी साजिद ने मेरे बीच वाले लड़के से पुड़िया लाने को कहा. पीयूष पुडिया लेने चला गया. फिर साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि पता नहीं आज मेरा मन घबरा रहा है. थोडा छत पर घूम लेता हूं. फिर वो मेरे छोटे लड़के पीयूष को अपने साथ ऊपर लेकर चल दिया. फिर उसने मेरे बड़े लड़के आयुष से पानी लाने को कहा और उसने अपने भाई जावेद को भी अंदर बुला लिया. ये चारों जावेद, साजिद और मेरे दो लडके आयुष और आहान अनके साथ ऊपर चले गए. मेरी पत्नी संगीता पैसे लेने अंदर घर में चली गई. जब मेरी पत्नी अंदर से पैसे लेकर बाहर आई तो साजिद और जावेद जीने से उतर रहे थे. साजिद और जावेद के खून में सनी हुई छुरी थी. उन्होंने मेरी पत्नी को देखते ही कहा कि आज मैंने अपने काम पूरा कर दिया है.

 

जावेद ने तीसरे बच्चे पर भी किया वार

 

उनके हाथ में छुरी देखकर मेरी पत्नी एकदम घबराकर चिल्लाई तो मोहल्ले के काफी लोग आ गए. जिन्होंने उनको पकड़ने की कोशिश की. जावेद तो भाग गया लेकिन साजिद को भीड़ ने पकड़ लिया. फिर मेरी पत्नी ने ऊपर जाकर देखा तो मेरे दोनों लड़के खून में लथपथ थे और उनकी मौत हो चुकी थी. तभी मेरा लड़का बाहर से पुड़िया लेकर आ गया. जावेद ने मेरे बेटे पीयूष पर भी जान से मारने की नीयत से छुरी से वार किया जिससे उसके हाथ में गंभीर चोट आई. वहां मौजूद लोगों ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया.

 

क्यों कर दी बच्चों की हत्या?

 

विनोद कुमार ने आगे बताया कि मेरी पत्नी और मेरी माता के अलावा मोहल्ले के अन्य काफी लोगों ने भी ये देखा. साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी. मुझे पता नहीं इन दोनों ने मेरे बच्चों की हत्या क्यों की.

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