राज्य के डीजीपी और गृह सचिव पहुंचे चतरा, अफीम मुक्त चतरा बनाने के लिए बड़ी कार्रवाई की तैयारी
अफीम की खेती और तस्करी की रोकथाम को लेकर चली घंटों समीक्षा बैठक
चतरा : मंगलवार को प्रधान सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखण्ड एवं पुलिस महानिदेशक झारखण्ड रांची संयुक्त रूप से चतरा जिले में अवैध अफीम की खेती के उन्मूलन और निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में निम्नलिखित एजेण्डा बिन्दुओं पर विमर्श किया गया तथा समीक्षोपरान्त कई दिशा निर्देश दिये गये।
एनडीपीएस से संबंधित सभी लंबित मामलों पर विचार विमर्श करते हुए उन सभी काण्डों की (विशेष कर वर्ष 2023 के एवं उसके पूर्व से लंबित है) समीक्षा की एवं विलम्ब के कारणों का निवारण करते हुए तत्काल उन काण्डों का निष्पादन किये जाने का निर्देश दिया, उन्होनें विशेष रूप से उन सभी मामलों की समीक्षा की, जिसमें Large quantity या Commercial quantity बरामद हुई है। इस दौरान निम्न प्रकार से निर्देश दिये गए:-
• अवैध अफीम की खेती की रोकथाम हेतु पुलिस एवं वन विभाग के पदाधिकारी / कर्मियों के बीच आपसी समन्वय स्थापित किया जाए और आवश्यकता अनुसार कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
• अफीम की खेती प्रायः सुदूरवर्ती क्षेत्रों एवं वन भूमि में की जाती है, इसलिए वन पदाधिकारियों का सहयोग अपेक्षित है।
• पुलिस अधीक्षक चतरा / हजारीबाग / रांची / लातेहार ये जिले अफीम की खेती को लेकर काफी बुरी तरह से प्रभावित हैं। इन जिलों में अवैध अफीम की खेती की पूर्ण रोकथाम हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
• प्रायः यह देखा गया है कि जिन भूमि में अफीम की खेती की जाती है, उसे विनष्टिकरण के पश्चात थाना में सन्हा दर्ज किया जाता है, जो उचित नहीं है। जिस भी भूमि पर अवैध अफीम की खेती का विनष्टिकरण किया जाता है, तो उसके आलोक में निश्चित रूप से प्राथमिक दर्ज की जाना सुनिश्चित किया जाए।
• विशेष शाखा से प्राप्त सूचना पर यदि कोई थाना प्रभारी वांछित कार्रवाई नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
• एनडीपीएस से संबंधित पूर्व में दर्ज कांडों के अभियुक्तों का सत्यापन नियमित रूप से करना सुनिश्चित करेंगे कि वे वर्तमान में कारावास में हैं या जमानत पर बाहर हैं। इन अभियुक्तों को चिन्हित करते हुए उनकी वर्तमान आय के स्रोत की स्थिति की जानकारी अवश्य प्राप्त करना सुनिश्चित करें। साथ ही अगर वैसे अपराधी जो लगातार एनडीपीएस से संबंधित कांडों के अभियुक्त रहे हैं उनका डोसियार खोला जाए।
• अवैध अफीम की खेती के मद्देनजर प्री कल्टीवेशन कार्यक्रम जैसे ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक करना, जागरूकता अभियान चलाना और स्कूल एवं कॉलेज में अफीम के दुष्प्रभाव को लेकर लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित किया जाए।
• पुलिस अधीक्षक चतरा / हजारीबाग / लातेहार आदि मादक पदार्थ से ग्रसित जिलों में जिला de-addiction centre स्थापित करने हेतु अपने संबंधित उपायुक्त से समन्वय स्थापित करते हुए अग्रतर कारवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
• पुलिस अधीक्षक चतरा / हजारीबाग / लातेहार एवं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रांची नेशनल हाईवे पर स्थित होटल एवं ढाबों की नियमित रूप से जांच करना सुनिश्चित करेंगें ताकि होटल या ढाबे अवैध अफीम / ब्राउन शुगर आदि जैसे जहरीले पदार्थ का क्रय-विक्रय तो नहीं कर रहे हैं। साथ ही अगर किसी तरह का साक्ष्य मिलता हैं तो सरगना के संबंध में वांछित जानकारी एकत्रित करना सुनिश्चित करेंगे।
• बैठक में उपस्थित सभी चारों पुलिस अधीक्षक NCORD की बैठक में शामिल होना सुनिश्चित करेंगे।
• चतरा जिला में अवैध अफीम की खेती के विरुद्ध और प्रभावी करवाई के लिए पुलिस अधीक्षक चतरा एनडीपीएस थाना खोलने हेतु उचित माध्यम से प्रस्ताव समर्पित करेंगे।
• अवैध अफीम की खेती को लेकर किए गए वांछित कार्य के मद्देनजर घटनास्थल का G.P.S.Co-ordinate जरूर ले लेंगे तथा प्राथमिकी दर्ज करने के समय उसका उल्लेख जरूर करेंगे।
• चौकीदार परेड सकारात्मक रूप से लेते हुए आसूचना संकलन करेंगे की किन चौकीदार के क्षेत्र में अवैध अफीम की खेती की जा रही है चौकीदारी परेड का उद्देश्य सिर्फ कोरम पूरा करना नहीं है बल्कि सूचना प्राप्त कर अपराध एवं अपराधी के विरोध ठोस करवाई करने का एक माध्यम बनाने की कठोर कार्रवाई की जाए।
• एनडीपीएस से संबंधित कांडो के अनुसंधानकर्ता स्वयं थाना प्रभारी या पुलिस निरीक्षक होंगे अगर इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित थाना प्रभारी एवं पुलिस निरीक्षक पर पुलिस अधीक्षक ठोस अनुशासनात्मक करवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
• एनडीपीएस कांडो के अभियुक्त एवं उसके सरगना साथ ही साथ संगठित अपराधिक गिरोह के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति की विवरणी प्राप्त कर वांछित कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे
• एनडीपीएस से संबंधित कांडो में यह भी देखा जा रहा है कि ट्रक या अन्य वाहन के चालक एवं खलासी को अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया जाता है और कांड में आरोप पत्र समर्पित कर कांड के अनुसंधान को समाप्त कर दिया जाता है जबकि उसे वहां उसे जप्त वहां के मलिक आदि का सत्यापन कभी नहीं किया जाता है इस संबंध में वहां के मलिक का निश्चित रूप से जानकारी प्राप्त करते हुए साक्ष्य के अनुसार उनके विरुद्ध भी एनडीपीएस की धाराओं में कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए
• मादक द्रव्य पदार्थ में संलिप्त अपराधी गिरोह की सूची सभी प्रभावित जिलों को उपलब्ध कराई जा चुकी है उक्त सूची के अनुसार सत्यापन करते हुए वांछित कार्रवाई करना अभिलंब सुनिश्चित करेंगे
• एनडीपीएस एक्ट से संबंधित कांडो में गिरफ्तार अभियुक्तों का पूरा फिंगरप्रिंट निश्चित रूप से लेना सुनिश्चित करेंगे
• रांची / चतरा / हजारीबाग / लातेहार आदि जिलों में हाल ही के दिनों में स्प्लिंटर्स ग्रुप द्वारा आगजनी की घटना कार्य की गई है जिसकी रोकथाम करना अति आवश्यक है परंतु या देखा जा रहा है कि आगजनी से संबंधित थाना प्रभारी द्वारा सिर्फ अज्ञात के बिरुद्ध कांड दर्ज कर अनन्त अनुसंधान समाप्त कर दिया जाता हैं अगर भविष्य में किसी थाना क्षेत्र में उक्त रिप्लंटर ग्रुप द्वारा आगजनी की घटना कार्य की जाती है तो संबंधित थाना प्रभारी एवं इंस्पेक्टर के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए संबंधित पुलिस उपाधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक को भी स्पष्टीकरण किया जाएगा।
• एनडीपीएस से संबंधित जो कांड दर्ज किए जाते हैं उनके पूर्व जप्त वस्तु की जांच Drug Detection KIT का प्रयोग निश्चित रूप से करें ताकि यह प्रमाणित हो सके की जप्त प्रदर्श अवैध मादक पदार्थ हैं।
• सभी पुलिस अधीक्षक अगर किसी व्यक्ति को धमकी भरे कॉल आते हैं तो संबंधित थानेदार को इस संबंध में तुरंत प्राथमिक दर्ज कराना सुनिश्चित कराएंगे।
• रांची, चतरा, हजारीबाग, लातेहार में जितने भी NDPS के महत्वपूर्ण कांड, जिसमें भारी मात्रा में अवैध अफीम से संबंधित कांडों की समीक्षा की गई और उपरोक्त आवश्यक निर्देश दिए गए। इस बैठक के दौरान प्रधान सचिव गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखण्ड सरकार वंदना डाडेल एवं पुलिस महानिदेशक, झाखण्ड अनुराग गुप्ता के अतिरिक्त रवि रंजन अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान), झारखण्ड, असीम विकांत मिंज, पुलिस महानिरीक्षक (अप, अनु. विभाग), झारखण्ड, माइकल एस०राज पुलिस महानिरीक्षक (बोकारो), सुनिल भास्कर, पुलिस उप महानिरीक्षक, हजारीबाग, कार्तिक एस० पुलिस उप-महानिरीक्षक विशेष शाखा, अमित रेणु पुलिस अधीक्षक अभियान, पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा, पुलिस अधीक्षक एस०आई०बी० एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों सहित उपायुक्त चतरा, प्रखण्ड विकाश पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, चतरा जिला के सभी पुलिस उपाधीक्षक / पु.नि. एवं सभी सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारी उपस्थित रहें।