पतंग, मिठाइयां और परिवार के साथ मौज-मस्ती: सोनी सब के कलाकारों ने मकर संक्रांति की अपनी परंपरा और इस साल की योजनाएं साझा कीं
मुंबई, 12 जनवरी, 2025: मकर संक्रांति के नजदीक आते ही यह अपने साथ एकजुटता की गर्माहट, पुरानी परंपराओं का आनंद और नई शुरुआत का वादा लेकर आती है। पूरे देश में जोश के साथ मनाया जाने वाला यह फसल से जुड़ा उत्सव हमारे दिलों में एक खास जगह रखता हैय़ यह आभार व्यक्त करने, सांस्कृतिक जड़ों को अपनाने और स्थायी यादें बनाने का समय है। अपने व्यस्त शेड्यूल के बीच सोनी सब के प्रतिभाशाली कलाकार गरिमा परिहार, प्राची बंसल, आदित्य रेड्डीज और कृष्ण भारद्वाज ने इस बात पर विचार करने के लिए कुछ पल निकाले हैं कि यह त्योहार उनके लिए वास्तव में खास क्यों है।
तेनाली रामा में राजा कृष्णदेवराय की भूमिका निभाने वाले आदित्य रेड्डीज कहते हैं- “मकर संक्रांति हमारी संस्कृति में एक विशेष त्यौहार है, जो कृतज्ञता और नई शुरुआत का प्रतीक है। एक अभिनेता के रूप में जीवन अक्सर व्यस्त रहता है, लेकिन मैं जब भी संभव हो कुछ परंपराओं का पालन करने की कोशिश करता हूँ। मुझे याद है कि मेरे बड़े-बुजुर्ग सूर्योदय से पहले स्नान करते थे, एक ऐसी प्रथा जो मुझे मेरी जड़ों से जोड़े रखती है। अब एक पिता के रूप में मैं धीरे-धीरे अपने बेटे को इन परंपराओं से परिचित कराना चाहता हूँ। भले ही वह समझने के लिए बहुत छोटा है, मुझे उम्मीद है कि पतंग उड़ाने या तिल गुड़ साझा करने जैसे छोटे-छोटे पल उसे बड़े होने पर हमारी संस्कृति की सराहना करने में मदद करेंगे। संक्रांति जैसे त्यौहार बंधन, साझा करने और स्थायी यादें बनाने के बारे में हैं। चाहे जीवन कितना भी व्यस्त क्यों न हो, वे हमें एक विराम लेने और अपनी विरासत का जश्न मनाने की याद दिलाते हैं।”
श्रीमद् रामायण में सीता की भूमिका निभाने वाली प्राची बंसल कहती हैं- “जैसे-जैसे मकर संक्रांति नज़दीक आती है, मुझे उस गर्मजोशी और साथ की याद आती है जो सीता और श्री राम के बीच के बंधन की तरह है। मेरे लिए यह परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने, खुद को तरोताजा करने का समय है। इस साल मैं त्यौहारी भावना को अपनाने की योजना बना रही हूँ पतंगबाजी, पारंपरिक मिठाइयों और आगे की यात्रा के लिए आभार के साथ।”
तेनाली रामा में तेनाली की भूमिका निभाने वाले कृष्ण भारद्वाज कहते हैं- “मकर संक्रांति हमारी समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक जड़ों की एक सुंदर याद दिलाती है। बचपन में मकर संक्रांति का मतलब पतंग उड़ाना था और यह मुझे खुशी से भर देता था। लेकिन अब जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ, मुझे एहसास हुआ कि हमारे पंख वाले दोस्तों के बारे में सोचना जरूरी है, इसलिए मैं अब पतंग उड़ाना पसंद नहीं करता हूँ। इसके बजाय, मैं अपने प्रियजनों के साथ छोटी-छोटी, अंतरंग सभाओं को संजोता हूँ, जहाँ हम मिठाइयां खाते हैं, हंसी-मजाक करते हैं और साथ मिलकर जश्न मनाते हैं। यह साधारण पलों में खुशी ढूंढने और ऐसी यादें बनाने के बारे में है जो हमेशा के लिए याद आ जाएँगी।”
पुष्पा इम्पॉसिबल में दीप्ति की भूमिका निभाने वाली गरिमा परिहार कहती हैं, “मकर संक्रांति हमारे देश में साल की पहली छुट्टी है और इसके साथ ही नए साल का स्वागत अच्छी ऊर्जा और बड़े उत्साह के साथ करने का मौका मिलता है। इस दिन मैं आमतौर पर भोजन और अन्य आवश्यक चीजें दान करती हूं, लोगों को उनके भोजन तैयार करने और उनका आनंद लेने में मदद करती हूं। जब मैं शूटिंग नहीं कर रही होती हूं, तो मुझे पतंग उड़ाने का रोमांच बहुत पसंद आता है, चाहे दोस्तों के साथ हो या किसी समूह में शामिल होकर – यह एक बहुत ही रोमांचक और मजेदार अनुभव है! तिल-गुड़ की गर्माहट और प्रियजनों के साथ समय बिताने की खुशी हमें जीवन में सरल सुखों को संजोने और जहाँ भी हम जाएं मिठास और दयालुता फैलाने की याद दिलाती है।”