उपरघाट में बच्ची के अपहरण की कोशिश, चार घंटे तक जंगल में बंधक रही, सुझबुझ से बचाई जान
बेरमो (भुवनेश्वर कुमार महतो): बोकारो जिले के उपरघाट पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के कंजकिरो पंचायत अंतर्गत पिलपिलो गांव में एक दस वर्षीय बच्ची के अपहरण की सनसनीखेज घटना सामने आई है। बच्ची ने अपनी सूझबूझ से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर जान बचाई।
शौच के लिए निकली बच्ची को बनाया निशाना
घटना के अनुसार, कृष्णदेव महतो की बेटी रूपा कुमारी, जो उमवि पिलपिलो में चतुर्थ वर्ग की छात्रा है, सुबह चाय पीने के बाद अपनी एक सहेली के साथ शौच के लिए घर से कुछ दूर स्कूल की ओर गई थी। तभी मोटरसाइकिल पर घात लगाए बैठे दो अज्ञात अपराधियों ने उसे चॉकलेट देने के बहाने रोकने की कोशिश की।
जब दोनों बच्चियों ने चॉकलेट लेने से मना कर दिया, तो अपराधियों ने जबरन रूपा कुमारी को पकड़ लिया, जबकि दूसरी बच्ची वहां से भागने में सफल रही।
बांधकर जंगल में छोड़ा, बच्ची ने दिखाई सूझबूझ
अपराधी रूपा को पास के जंगल में ले गए, जहां उसके हाथ, पैर, कमर और मुंह बांध दिए और उसे मोटरसाइकिल से बांधकर छोड़ दिया। इसके बाद अपराधी चाय पीने के बहाने जंगल से बाहर चले गए।
इसी दौरान रूपा ने साहस और सूझबूझ दिखाते हुए मुंह पर बंधे रूमाल को दांत से काटा, फिर धीरे-धीरे अपने हाथ और पैर की रस्सी खोलकर खुद को मुक्त किया और जंगल में छिप गई।
ग्रामीणों की सतर्कता से अपराधी भागे
जब अपराधी वापस लौटे और बच्ची को गायब पाया, तो उन्होंने काफी खोजबीन की। लेकिन इस दौरान जंगल की ओर से स्थानीय ग्रामीण वहां पहुंच गए, जिससे घबराकर अपराधी मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए।
करीब दस बजे रूपा की चचेरी बहन बेबी जब कॉलेज जा रही थी, तभी रूपा ने आवाज लगाकर उसे पुकारा। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर बच्ची को सकु