ऑपरेशन सिंदूर: भारत की एयरस्ट्राइक में 90 आतंकी ढेर, जैश-लश्कर के 7 और हिज्बुल के 2 ठिकाने तबाह
The johar times इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता हैं
पहलगाम हमले के जवाब में भारत की सबसे बड़ी जवाबी कार्रवाई, तीनों सेनाओं का संयुक्त ऑपरेशन
नई दिल्ली/रांची | विशेष संवाददाता
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए धर्म पूछकर किए गए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने सोमवार देर रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में ऑपरेशन सिंदूर के तहत ऐतिहासिक और सर्जिकल हमला किया। इस हमले में अब तक की जानकारी के अनुसार 90 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है।
भारत की तीनों सेनाओं — थल, जल और वायु सेना — ने मिलकर इस गुप्त और योजनाबद्ध कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसे अब देश की सबसे सटीक और प्रभावी सैन्य कार्रवाई माना जा रहा है।
टारगेट पर जैश, लश्कर और हिज्बुल के अड्डे
सूत्रों और सैन्य एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार भारत की इस एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 7 ठिकाने, तथा हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए।
इनमें सबसे बड़ा नुकसान बहावलपुर और मुरीदके में हुआ, जहां 25-30 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
बाकी ठिकानों पर भी एयरस्ट्राइक के बाद भारी नुकसान हुआ है और कई आतंकियों के शव मलबे में दबे होने की आशंका है। भारतीय एजेंसियां मौके पर मिली तस्वीरों और सैटेलाइट फुटेज के ज़रिए आंकलन कर रही हैं।
9 ठिकानों पर बारीक निशाना: बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद
भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई विमानों ने इन 9 आतंकी ठिकानों पर रात 1:30 बजे के करीब सटीक हमले किए। हर लक्ष्य पर निर्देशित बमों और मिसाइलों का प्रयोग किया गया, ताकि आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी रहे पूरी रात सक्रिय, NSA और सेना प्रमुखों से सीधा संवाद
रक्षा मंत्रालय के उच्च सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ऑपरेशन सिंदूर की हर पल निगरानी कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सेनाध्यक्षों और RAW के प्रमुखों से लगातार फीडबैक लिया। पीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार — “यह कार्रवाई केवल बदले की भावना नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा नीति की नई दिशा है।”
भारत सरकार का बयान: “जहां से आतंकी हमले प्लान होते हैं, वहीं मारा गया”
भारत सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है:
“इस ऑपरेशन का मकसद उन आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था जहां से भारत पर हमले की साजिशें रची जाती थीं। ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का परिचायक है।”
‘मोदी को बता देना…’ का जवाब है ‘सिंदूर’
22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। उन्होंने महिलाओं को छोड़ते हुए पुरुषों को सिर्फ धर्म पूछकर गोली मारी और जाते-जाते कहा—“जाओ, मोदी को बता देना…”
आज भारत ने वही संदेश लौटा दिया — बता दिया गया है, और बताने का तरीका सिर्फ शब्दों से नहीं, शक्ति से है।
ऑपरेशन सिंदूर उसी सिंदूर का जवाब है जिसे आतंकियों ने सुहागनों के माथे से पोंछने की कोशिश की थी। ये बदला नहीं, न्याय की कार्रवाई है। उन 26 मासूमों को एक सच्ची श्रद्धांजलि, जो आतंक के शिकार हुए थे।
PAK में दहशत: उड़ानें रद्द, सीमा चौकसी बढ़ी
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। इस्लामाबाद और लाहौर एयरपोर्ट्स से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं। सीमाओं पर हाई अलर्ट है, और पाकिस्तानी मीडिया में भी सरकार की असहायता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
यह कार्रवाई भारत की ओर से स्पष्ट संकेत है — आतंक के खिलाफ अब शब्द नहीं, सिर्फ़ जवाब दिया जाएगा।