- द जोहार टाइम्स
ऑक्सफोर्ड: विज्ञान की दुनिया में हाल ही में हुई एक खोज ने क्वांटम फिजिक्स और ब्रह्मांड की गूढ़ पहेलियों को समझने की दिशा में एक नई उम्मीद जगा दी है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे रहस्यमयी कण की पहचान की है जो खुद-ब-खुद मैटर से एंटीमैटर में बदल जाता है — और फिर वापस भी!
इस कण का नाम है ‘चार्म मेसॉन’ (Charm Meson)। यह कण अत्यंत अल्प समय — कुछ ट्रिलियन सेकंड्स — के लिए अस्तित्व में रहता है, लेकिन इसी अवधि में यह दो अलग-अलग अवस्थाओं, यानी मैटर और एंटीमैटर, के बीच अद्भुत रूप से परिवर्तन करता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह खोज उस सबसे बड़ी ब्रह्मांडीय मिस्ट्री को समझने में मदद कर सकती है, जिसका जवाब दशकों से विज्ञान ढूंढ़ता आ रहा है — “अगर बिग बैंग के समय मैटर और एंटीमैटर समान मात्रा में उत्पन्न हुए थे, तो आज केवल मैटर ही क्यों बचा है?”
चार्म मेसॉन की यह विशेषता न केवल क्वांटम भौतिकी, बल्कि टाइम ट्रैवल थ्योरी जैसे कांसेप्ट्स को भी एक नई सोच प्रदान कर सकती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह कण क्वांटम यांत्रिकी में मौजूद ‘सुपरपोज़िशन’ और ‘टनलिंग’ जैसे प्रभावों की व्यवहारिक पुष्टि करता है।
वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह:
इस खोज ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के बीच उत्सुकता की लहर दौड़ा दी है। इसे भौतिकी के मौजूदा नियमों को पुनर्परिभाषित करने वाला कण कहा जा रहा है।
इस ऐतिहासिक खोज के बारे में विस्तृत रिपोर्ट
प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिकाओं में प्रकाशित की जा रही है, और इसे आने वाले वर्षों में क्वांटम टेक्नोलॉजी, ब्रह्मांड विज्ञान और संभावित रूप से टाइम ट्रैवल अनुसंधानों में उपयोग किया जा सकता है।