द जोहार टाइम्स
चतरा कॉलेज परीक्षा केंद्र में बीए सेमेस्टर-1 की परीक्षा के दौरान गुरुवार को एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। छात्र कामेश्वर कुमार, जो अवैध शराब के मामले में बिहार की जेल में बंद है, उसकी जगह उसका दोस्त दीपक कुमार यादव परीक्षा दे रहा था।
दीपक लगभग सभी विषयों की परीक्षा पहले ही दे चुका था, लेकिन अंतिम दिन वीक्षक को शक हुआ, और जांच के दौरान वह फर्जी परीक्षार्थी के रूप में पकड़ा गया।
क्या हुआ मौके पर:
• फर्जी छात्र से घंटों पूछताछ
• एडमिट कार्ड की जांच में फर्जीवाड़ा उजागर
• असली छात्र को परीक्षा से निष्कासित किया गया
• पकड़े गए युवक से बॉन्ड लिखवाकर छोड़ा गया
• आगे की कार्रवाई विनोबा भावे विश्वविद्यालय के निर्देश पर होगी
फर्जी परीक्षार्थियों का गढ़ बनता चतरा कॉलेज!
यह पहली बार नहीं है — लगातार फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में आ रहे हैं, लेकिन कड़ी कार्रवाई के अभाव में यह चलन थमने का नाम नहीं ले रहा।
• कॉलेज स्टाफ प्रवेश पत्र और परीक्षार्थी के मिलान में लापरवाही बरत रहे हैं
• कई बार बॉन्ड लिखवाकर छोड़ देना ही कार्रवाई समझी जाती है
• इससे परीक्षा की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग गया है
परीक्षा नियंत्रक विवेक आशीष बाखला ने कहा:
“एडमिट कार्ड में दर्ज छात्र को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है। फर्जी परीक्षार्थी से बॉन्ड लिखवाकर छोड़ा गया है। आगे की कार्रवाई विश्वविद्यालय तय करेगा।”