प्रमंडलीय सदर अस्पताल में सीरिंज के अभाव में बच्चों के टीकाकरण की व्यवस्था बिगड़ी
हर रोज 50-100 माता-पिता अपने शिशु को लेकर पहुंचते हैं टीकाकरण केंद्र, 4 दिनों से सीरिंज नहीं रहने से बगैर टीकाकरण कराएं लौटते हैं वापस
सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि ने सीएस से मिलकर मायूस लौट रहें लोगों के दर्द से कराया अवगत, डीसी को भी ट्वीट कर दी इनकी जानकारी
सीएस ने कहा मुख्यालय से अभी नहीं हो रहा है संबन्धित सीरिंज आपूर्ति, स्थानीय स्तर से बना रहें हैं व्यवस्था, दो दिनों में उपलब्ध हो जायेगा सीरिंज
टीकाकरण रूटीन कार्य, सीरिंज खत्म होने से पहले ही होनी चाहिए थी व्यवस्था, अचानक अभाव होना और निरंतर चार दिनों तक बाधित रहना है घोर लापरवाही- सदर विधायक
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में स्थित जिले के प्रमंडलीय सदर अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में बड़े उम्मीद के साथ न सिर्फ हजारीबाग बल्कि आसपास जिले के माता-पिता अपने शिशु के साथ टीकाकरण कराने पहुंचते हैं। प्रतिदिन यहां कम से कम 50 और अधिक से अधिक 100 से ऊपर माता-पिता अपने बच्चे को टीकाकरण के लिए लेकर आते हैं। लेकिन पिछले चार दिनों यहां टीबी की बीमारी सहित इन्फेक्शन से बचाव के प्रतिरोधक टीका बीसीजी और आईपीवी सहित अन्य प्रकार के कई टीकाकरण के लिए पहुंच रहें दर्जनों माता- पिता को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है और इसका मुख्य कारण टीकाकरण केंद्र में 0.1 एमएल के सीरिंज का अभाव। सदर अस्पताल में कई जरूरी दवाओं और बीमारी के इलाज में उपयोग होने वाले अन्य प्रकार के साधन की खरीदारी के लिए शहर के कई स्थानीय दुकान चिन्हित हैं और जरूरत पर निरंतर उपलब्ध भी कराया जाता रहा है लेकिन इसके बावजूद पिछले चार दिनों से प्रभावित टीकाकरण के लिए एक अदद सिरिंज उपलब्ध नहीं कराया जाना हजारीबाग स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यशैली पर सवाल उठाता है ।
गुरुवार को जब हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने अस्पताल परिसर में सुदूरवर्ती क्षेत्र से पहुंचे माता-पिता को अपने शिशु के साथ निराश होकर वापस लौटते देखा और जब उनसे पूछा तब यह मामला उजागर हुआ की सीरिंज के अभाव में बीसीजी सहित अन्य कई टीका बंद हैं। विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने तत्काल इसकी सूचना हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय को ट्वीट कर दी और उनसे इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया एवं हजारीबाग सिविल सर्जन डॉ. एस.पी.सिंह को भी इस मामले से मिलकर अवगत कराते हुए तत्काल सीरिंज उपलब्ध कराने का आग्रह किया। रंजन चौधरी ने इसकी सूचना छत्तीसगढ़ में पार्टी कार्य में व्यस्त हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल को भी दी।
इधर जब इस लापरवाही का मामला सिविल सर्जन हजारीबाग के पास आया तो उन्होंने प्रेस/मीडिया से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि टीकाकरण के लिए मुख्यालय से सीरिंज उपलब्ध कराया जाता है लेकिन मुख्यालय स्तर से फिलहाल सीरिंज नहीं उपलब्ध कराए जाने पर निर्देश प्राप्त हुआ है कि स्थानीय स्तर पर इसकी व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा की हमलोग स्थानीय स्तर पर सीरिंज का ऑर्डर कर चुके हैं और आने वाले दो दिनों में यह उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा की सीरिंज का जो लॉट आएगा उसमें भी ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा करीब 15-16 दिन ही चल पायेगा ।
उधर भाजपा संगठन के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में चुनाव को लेकर कैंप कर रहे हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी के माध्यम से जब इस मामले की सूचना पाई तो उन्होंने जिले के संबंध सिस्टम से नाराजगी जताई है। विधायक मनीष जायसवाल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस तरह की लापरवाही बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण एक रूटीन कार्य हैं और जब पिछले 4 दिन पूर्व ही सिरिंज खत्म हो गया था तो हजारीबाग स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम क्या कर रहा था? अभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा जो व्यवस्था बनाई जा रही है पहले ही अगर यह व्यवस्था बनाई जाती तो सैंकड़ों लोग अपने शिशु को लेकर सुदूरवर्ती क्षेत्र से हजारीबाग नहीं आते और उन्हें निराश होकर वापस लौटना नहीं पड़ता। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा की इस तरह की लापरवाही बर्दास्त योग्य कतई नहीं है ।