चंद फ्रॉड ने कर ली करोड़ों की कमाई, बैंक अधिकारी डर से करते थे पुकपुक…
रांची— फ्रॉड किस्म के चंद गिने-चुने शख्सो का ताम-झाम ऐसा था कि पहली नजर में कोई भी धोखा खा जाता था। लोगों खासकर CCL के एमपलोई को लोन दिलाने का लालच देकर उनसे एक ब्लैंक चेक और जरूरी के सारे दस्तावेज हासिल कर लेता था। फिर SBI में शेटिंग-गेटिंग कर लोन तक पास करवा लेता था। ना-नुकूर करने वाले बैंक अधिकारियों को पांडेय गिरोह का धौंस तक दिखाता था। डर के मारे पुकपुक करते अधिकारी भी लोन पास कर देते थे। जिनके नाम लोन पास होता था, उन्हें भनक तक नहीं लगती थी। उन्हें तब पता चलता था जब बैंक से EMI भरने के लिये नोटिस आता था। करीब 50 करोड़ से ज्याता की कमाई करने इन फ्रॉड का खुलासा CID की टीम ने किया। रामगढ़ के पतरातू से पांच लोगों को अरेस्ट किया गया। इनके नाम जमीर मियां, कमल कुमार सिंह, बिट्टू कुमार, मेहुल कुमार एवं राहुल कुमार बताये गये। ये गैंग रामगढ़ के पतरातू में ऐक्टिव था, वहीं इनके सॉफ्ट टार्गेट CCL के कर्मी हुआ करते थे।
CID के IG असीम विक्रांत मिंज ने मीडिया को बताया कि ये गैंग बहुत ही शातिराना अंदाज में लोगों को अपना शिकार बनाते थे। गिरफ्तार कमल और जमीर अपने को SBI के हेड ऑफिस का अधिकारी बताया करते थे। लोन दिलाने के नाम पर लोगों से दस्तावेज हासिल कर लिया करते थे। उसके बाद SBI बैंक से सभी के नाम पर लोन लेते और फिर उसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया करते थे। इसकी भनक लाभुकों को भी नहीं होती थी। जब बैंक का नोटिस उनके घर पहुंचता तब उन्हें इसकी जानकारी होती थी। इस गैंग ने पतरातू में एक कार्यालय खोल रखा था, जहां से लोन के दस्तावेज और मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप के अलावा बैंक से संबंधित कई कागजात मिले हैं। इस गैंग ने करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी की है। लोन दिलाने से पहले एक ब्लैंक चेक तक ले लिया करते थे। इसके बाद बैंक में उनके नाम से लोन एप्लाई करते, सेटिंग-गेटिंग से लोन पास भी करा लेते और राशि अपने खाते में ट्रांसफर कराते थे।
IG मिंज ने खुलासा किया कि CID की टीम को SBI के एक अधिकारी ने लिखित शिकायत की थी। जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि कुछ लोग फर्जी तरीके से कार्यालय खोलकर लोन निकलवाते हैं और लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। बैंक अधिकारियों को पांडेय गिरोह के नाम से डरा-धमका कर लोन पास करवाते हैं। मिली शिकायत के बाद CID की टीम ने इस गैंग का खुलासा किया। गिरफ्तार अपराधियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।