बाड़मेर के बाद अब इस जगह मिले तेल-गैस के भंडार, कुआं खोदने पहुंचीं ONGC की मशीनें
तेल और गैस के मामले में राजस्थान की तकदीर फिर बदलने वाली है। बाड़मेर के बाद अब बीकानेर के पास भी तेल और गैस के भंडार मिले हैं, जो प्रदेशवासियों के लिए नए साल 2024 के तोहफे से कम नहीं।
राजस्थान में तेल-गैस के नए भंडार बीकानेर जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर नाल बड़ी और गांव सालासर के पास व्हाइट क्ले की पट्टी के नीचे मिले हैं। यहां पर 25 मिलियन हैवी क्रूड ऑयल होने का अनुमान है।
साल 2020 से अब तक बीकानेर जिले के लूणकरणसर, खाजूवाला व कोलायत के आस-पास भूगर्भ सर्वे कर तेल और गैस का पता लगाया है। कुआं खोदने के लिए मशीनें भी पहुंच गई हैं।
मंगलवार को केंद्रीय मंत्री व बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ड्रिलिंग कार्य की शुरुआत करने आएंगे। केंद्र सरकार ने ड्रिलिंग कर तेल और गैस की गुणवत्ता, भूगर्भ में भंडार और नमूने लेने के लिए ओएनजीसी को 60 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट सौंपा है।
बता दें कि बीकानेर-नागौर बेसिन में 2118 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के सर्वे के बाद तीन स्थानों पर कुआं खोदकर गैस और तेल के भंडार की गहाराई व गुणवत्ता का पता लगाया जाएगा।
राजस्थान पत्रिका में छपी खबर के अनुसार बीकानेर-जैसलमेर हाईवे से तीन किलोमीटर दूर कोलायत के गांव सालासर के खेतों में 1522 मीटर गहराई तक ड्रील कर क्रूड ऑयल और गैस के नमने लिए जाएंगे।
बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल कहते हैं कि भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सर्वे में बीकानेर के भूगर्भ में क्रूड ऑयल और प्राकृतिक गैस के भंडार मिले हैं। कुआ खोदने का काम ओएनजीसी को सौंपा गया है।