रोबर्ट ने लुटेरों को दिया गेम, रांची में किया बंटवारा
रांची—राजधानी रांची से सटे इटकी गांव के तीन बड़े सब्जी व्यापारियों को लूटने का गेम इफ्तेखार आलम उर्फ रोबर्ट ने अपराधियों को दिया था। रोबर्ट इटकी के ही महुआ टिकरा गांव का रहनेवाला है। अपराधियों को बताया गया था कि सब्जी व्यापारी तौफिक आलम और उसके दो अन्य साथी कोलकाता से मोटी रकम लेकर आने वाले हैं। अगर प्लान कामयाब रहा तो रातों-रात लखपति हो सकते हैं। यह गेम लोहरदगा के सिंजो गांव में रहनेवाले पुराने अपराधी शहजान अंसारी को दिया गया था। शहजान ने अपने साथी शमीम अंसारी, जबीउल्लाह मियां एवं अन्य को तैयार कर लिया। तय प्लानिंग के अनुसार सब्जी व्यापारियों के पीछे-पीछे शहजान अंसारी और रोबर्ट कोलकाता तक गये। वहां रोबर्ट ने तीनों की पहचान करा दी।
तीनों सब्जी व्यापारी कोलकाता से रांची आने के लिये शिवम बस में सवार हो गये। शहजान भी इसी बस में बैठ गया, वहीं रोबर्ट दूसरे बस ”बाबा” से रांची चला आया। शमीम अंसारी तय समय पर अपने तीन साथियों के साथ रांची के बुंडू में ओवरब्रिज के पास खड़ा इंतजार करता रहा। इन्हें बताया गया था कि यहां पर शिवम बस रूकती है। बुंडू में जैसे ही बस रूकी शमीम अपने तीन साथियों के साथ बस में यात्री के रूप में सवार हो गया। बस जैसे ही दशमफॉल थाना क्षेत्र के नवाडीह गांव के पास पहुंची कि लूटमार शुरू हो गई। तीनों सब्जी व्यपारियों से 18 लाख रुपये कैश लूट लिये गये। कुछ अन्य यात्रियों को भी लूटा-पीटा गया। 16 जनवरी के भोर में साढ़े पांच बजे घटना को अंजाम देने के बाद सभी लुटेरे बस के अंदर फायरिंग करते हुये बस से उतर भाग निकले। रांची में रूपये का बंटवारा किया गया। इस लूटकांड को रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने गंभीरता से लिया। SIT का गठन किया गया। गठित SIT टेक्निकल सेल और खुफिया जानकारी के दम पर लुटेरों को खोज निकाला गया। उनके पास से लूट गये 11 लाख 61 हजार रुपये कैश, एक देशी पिस्तौल, 18 जिंदा गोलियां, एक चाकू, हथौड़ा और मोबाइल मिला। पकड़े गए लुटेरों में शहजान अंसारी, शमीम अंसारी, जबीउल्लाह मियां और इफ्तेखार आलम उर्फ रोबर्ट शामिल हैं। इस कांड में शामिल कुछ अन्य लुटेरों की तलाश जारी है। इस सनसनीखेज लूटकांड का खुलासा आज रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया के सामने किया।