ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के द्वारा बनाया जा रहा प्रखंड कार्यालय समीप आवास का निरीक्षण कर जन-प्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी
कहा, चारदीवारी के निर्माण में घटिया सामग्री ला किया जा रहा उपयोग
सुजेक सिन्हा
चतरा / पत्थलगड़ा प्रखंड कार्यालय समीप ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल चतरा के द्वारा लगभग 6 करोड़ की लागत से हो रही आवास व चारदीवारी निर्माण में अनियमित बरती जानी शुरू हो गई है। उक्त बातें पत्थलगड़ा के बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष विकास यादव, राजद प्रखंड अध्यक्ष बैजू यादव, मुखिया प्रतिनिधि संजय दांगी, उप मुखिया प्रतिनिधि भोला दांगी, वार्ड सदस्य संतोष रजक, राजेश दांगी, भीम दांगी, प्रदीप कुमार, मोहम्मद इसराइल सहित अन्य ने हो रहे आवास व चारदीवारी निर्माण स्थल पर पहुंच निरीक्षण कर कही है। इस दौरान कहा गया कि चारदीवारी की नींव भी कम गहराई में खोदी गई है जबकि यह बात सुनकर संवेदक मुकेश शाह के द्वारा बताया गया कि ये खुदाई पूरी हुई है और इसमें 3 इंच बालू, 3 इंच ईंट और 3 इंच ढलाई किया गया है। वहीं सभी जनप्रतिनिधियों सहित अन्य ग्रामीणों ने इस पर कहा कि यह तो जांच का विषय है अगर जांच करवाएं तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। सभी के द्वारा आगे गिट्टी, बालू व बन रहे मसाले को भी देखा गया। निरीक्षण कर सभी जनप्रतिनिधियों ने बन रहे मसाले, कॉलम की खुदाई व ढलाई, बालू में पूरी तरह मिट्टी का अंश और गिट्टी को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए संवेदक मुकेश शाह को चारदीवारी व आवास निर्माण कार्य में गुणवत्ता युक्त सामग्री में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं करते हुए निर्माण कार्य करने की बात कही है। इस पर जब पत्रकारों के द्वारा स्थल पर मौजूद लोगों से पूछा गया तो जमुना प्रसाद व रितेश कुमार के द्वारा बताया गया कि हम लोग दोनों ही इंजीनियर हैं, उनसे आगे जब पूछा गया तो जमुना प्रसाद ने कहा हम पेटीदार हैं और रितेश कुमार करने ने कहा कि हम यहां साइट इंचार्ज है। उनके द्वारा आगे कहा गया कि हम यहां पर पेटीदार व साइट इंचार्ज हैं हम लोग ही सारा काम करवा रहे हैं क्योंकि हम लोगों के पास इतनी जानकारी है। चहारदीवारी का निर्माण जब से हुआ है तब से अभी तक है यहां जई नहीं पहुंचे हैं आपको जो भी बात करनी है वह आप संवेदक से करें। जबकि जिला परिषद सदस्य के द्वारा संवेदक मुकेश शाह से दूरभाष पर बरती जा रही अनियमित को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जल्द ही गिरी हुई घटिया किस्म की बालू को उठाव करवा दिया जाएगा, बाकी सारे जनप्रतिनिधि लोगों से हमारी यह मामला को लेकर बात पूरी हो चुकी है। आपको बताते चलें की देखरेख के अभाव में यहां सरकारी धन का दुरुपयोग होता दिखाई देने लगा है। वही निर्माण स्थल पर निर्माण से संबंधित अभी तक कोई बोर्ड भी नहीं लगाई गई है।