विरासत टैक्स : कांग्रेस की लूट जिंदगी के बाद भी…सैम पित्रोदा ने अमेरिका से ऐसा क्या बोला, छत्तीसगढ़ में बरस पड़े पीएम मोदी
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सैम पित्रोदा ने पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. उन्होंने विरासत टैक्स का आइडिया सामने रखा तो पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उसे पकड़ लिया. अब कांग्रेस के मंसूबे पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. हालांकि पित्रोदा के बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है.
2006 में दिया पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का भाषण 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बन गया है. कांग्रेस के मैनिफेस्टो में सर्वे पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पहले से हमलावर थी, आज सैम पित्रोदा ने सियासी मुद्दे को हवा दे दी. सैम पित्रोदा ने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा है कि व्यक्ति की मृत्यु पर वहां 55 प्रतिशत संपत्ति सरकार के पास चली जाती है. भारत में भी इस पर बहस होनी चाहिए. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष का बयान आया ही था कि पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की सरगुजा रैली में वो मुद्दा उठा दिया.
पीएम ने कहा कि शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए. अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं. अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत कर (Inheritance Tax) लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी. पीएम ने कहा कि आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी. कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा. कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी. हालांकि कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ लिया है
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि निश्चित रूप से लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है. हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि सैम पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं.
उधर, सैम पित्रोदा के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी सैम पित्रोदा के बयान के बाद पूरी तरह बेनकाब हो गई है. सबसे पहले घोषणापत्र, फिर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुराना बयान कि ‘हम देश के संसाधन पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का मानते हैं’ और अब इनके घोषणापत्र बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सैम पित्रोदा का बयान कि संपत्ति के बंटवारे पर विचार होना चाहिए… जब प्रधानमंत्री मोदी ने यह मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस बैकफुट पर आ गई कि उनका यह मकसद नहीं है लेकिन सैम पित्रोदा के बयान ने इनका मकसद स्पष्ट कर दिया है कि वे देश की जनता की संपत्ति का सर्वे कर उनकी निजी संपत्ति को सरकारी खजाने में डालना चाहते हैं. इसके बाद UPA के शासनकाल में तय की गई प्राथमिकताएं- देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों और उसमें भी मुसलमानों का है- उनमें बांटना चाहते हैं. शाह ने कहा कि मैं मानता हूं कांग्रेस पार्टी या तो अपने घोषणापत्र से इस बात को हटाए या स्वीकारे कि यही उनका मकसद है. मैं देश की जनता से भी अपील करता हूं कि वे इनके महत्वपूर्ण नीति निर्धारण करने वाली टीम के मुखिया सैम पित्रोदा के बयान को गंभीरता से लें.
आज छत्तीसगढ़ रैली में पीएम ने चुन-चुनकर कांग्रेस पर हमले किए. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का घोषणापत्र आया, उसी दिन मैंने कह दिया था कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है. मोदी ने कहा कि वर्षों पहले, कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था. फिर कांग्रेस ने इसे पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई. कांग्रेस ने कहा कि SC/ST और ओबीसी का जो कोटा है, उसमें से चुरा कर धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण दिया जाए. पीएम ने यह भी कहा कि अगर आपके आरक्षण की कोई रक्षा कर सकता है, तो सिर्फ और सिर्फ भाजपा कर सकती है.
पीएम ने आगे कहा कि कांग्रेस, हिंसा फैलाने वालों का समर्थन कर रही है, उन्हें शहीद बता रही है. इसी कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता, आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती हैं. ऐसी ही करतूतों के कारण कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है.