हजारीबाग में लंपी वायरस का दस्तक, मुनका बगीचा इलाके में ऐसे लक्षण युक्त गाय देखे जाने के बाद पशुपालकों में दहशत
जागरूकता के लिए आगे आए गौशाला सचिव और सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि, पशुपालकों से सजग रहने और पशुपालन विभाग को सक्रिय होने का किया अपील
कोरोना वायरस और मंकीपॉक्स के तांडव के बाद एक और वायरस ने दस्तक दी है। जिस प्रकार कोरोना वायरस में इंसानों की जान ली है ठीक उसी प्रकार इस वायरस की चपेट में आने से अब तक हजारों मवेशी काल के गाल समा गए हैं। एक सरकारी आंकड़े के मुताबिक भारत के करीब 50 हज़ार से अधिक गायों और भैंसों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है वहीं लाखों की संख्या में मवेशी लंपी वायरस की चपेट में है। देश के राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में लंपी वायरस का कहर अधिक देखने को मिल रहा है। इस लंबी वायरस का एंटी डोज अब तक तैयार नहीं हुआ है इस वजह से बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हो रही है ।
पशु चिकित्सक डॉ न्यूटन तिर्की
झारखंड के हजारीबाग में भी लंपी वायरस के दस्तक की आहट दिख रही है। हजारीबाग के मुनका बगीचा इलाके में विचरण कर रही एक गाय की तस्वीर स्थानीय लोगों ने हजारीबाग पिंजरापोल गौशाला सोसायटी के सचिव श्रद्धानंद सिंह से शेयर की है। यह तस्वीर में लंपी वायरस के लक्षण दिख रहे हैं। गाय के त्वचा में गांठदार दाने दाने जैसा दिख रहा है।
सेक्रेटरी गौशाला सोसायटी, श्रद्धानंद सिंह
पिंजरापोल गौशाला सोसायटी के सचिव श्रद्धानंद सिंह ने इस बीमारी को लेकर सभी पशुपालकों से आग्रह किया है की इसके प्रति जागरूक हों और मवेशियों के त्वचा में दाना निकलना, दूध कम देना या भूख न लगना जैसी लक्षण दिखे तो ऐसे मवेशियों को आइसोलेट करके रखें और नजदीकी चिकित्सक से बात करके तत्काल इलाज कराएं। श्रद्धानंद सिंह ने गौपालकों को सजग रहने और अगर बाहर से दूध दुहने वाले आते हैं तो उन्हें हाथों को अच्छी प्रकार सेनेटाइज कर लेने या धो लें के बाद ही दुहने का निर्देश देने को कहें। ऐसे लक्षण दिखने वाले गायों को शेड पर नहीं रखकर अलग रखने की व्यवस्था बनाएं ।
विधायक के मीडिया प्रतिनिधि, रंजन चौधरी
इधर लंपी वायरस के संबंध में सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ.न्यूटन तिर्की से लंबी बात की और इस संबंध में जागरूकता और इलाज के लिए विभागीय स्तर पर पहल करने और गौपालकों को सतर्क करने का आग्रह किया। रंजन चौधरी ने उनसे यह भी आग्रह किया की किसी पशु चिकित्सक का नंबर भी सार्वजनिक किया जाय। जिसके बाद जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ.न्यूटन तिर्की ने बताया कि इस संबंध में निदेशालय से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं उससे संबंधित गाइडलाइन सभी पशु चिकित्सकों को दे दिया गया है और ऐसे लक्षण दिखने पर पशु को पशुपालक द्वारा आइसोलेशन करते हुए हमलोग के स्तर से इलाज की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार की शाम को इस संबंध में गूगल में निदेशालय द्वारा रखा गया है जिसके बाद कंपलीट गाइड लाइन हमें प्राप्त होगा जिसे हम सार्वजनिक कर सकेंगे। उन्होंने ऐसे केस दिखने पर प्रातीयकृत पशु चिकित्सालय,हजारीबाग (घोड़ा अस्पताल) के पशु चिकित्सक से संपर्क करने या वेटरनरी सर्जन डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा के मोबाइल नंबर 7903588233 पर संपर्क करने का अपील किया ।