Saturday, November 23, 2024

बड़ी घटना…ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री को एएसआई ने गोलियां से भूना, गंभीर हालत में अस्पताल में मौत

बड़ी घटना…ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री को एएसआई ने गोलियां से भूना, गंभीर हालत में अस्पताल में मौत

ओडिशा से बड़ी खबर सामने आयी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब दास उर्फ नव किशोर दास पर रविवार की दोपहर जानलेवा हमला किया गया. दास पर पुलिस के एक ASI ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसायी।

वे ओडिशा के ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने गये थे, जहां ये घटना हुई. नब दास के सीने में 5 गोलियां लगी हैं. गंभीर हालत में उन्हें पास के एक अस्पताल में ले जाया गया है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं।

ओडिशा पुलिस के एक अधिकरी ने बताया कि नब दास एक कार्यक्रम में शामिल होने ब्रजराज नगर पहुंचे थे. वे अपनी कार से उतर ही रहे थे कि पुलिस की वर्दी में एक एएसआई उनके आगे पहुंचा. पुलिस के एएसआई ने अपनी पिस्तौल निकाली और स्वास्थ्य मंत्री पर ताबडतोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. एएसआई ने अपनी पिस्तौल से 6 गोलियां चलायीं, जिनमें से 5 गोली स्वास्थ्य मंत्री के सीने में लगी है।

सबसे अमीर मंत्री हैं, 70 गाड़ियों के मालिक

नब दास ओडिशा की मौजूदा सरकार के सबसे अमीर मंत्रियों में से एक हैं. उनके पास 70 से ज्यादा गाड़ियां हैं. नब दास के मुताबिक उनके पास 15 करोड़ से ज्यादा की गाड़िया हैं. इसमें से एक मर्सिडीज बेंज है जिसकी कीमत करीब सवा करोड़ रूपये हैं. उन्होंने ओडिशा के संबलपुर, भुवनेश्वर और झारसुगुड़ा के कई बैंकों में काफी पैसा जमा कर रखा है।

नब दास उर्फ नव किशोर दास ओडिशा के बहुचर्चित नेताओं में से एक रहे हैं. वे कांग्रेस से बीजेडी में आये हैं. 2004 में उन्होंने झारसुगुड़ा सीट से पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन हार गये थे. 2009 में वे से फिर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे औऱ जीत हासिल कर ली थी. 2014 में भी वे कांग्रेस के टिकट से ही विधायक चुने गये थे. साल 2019 के चुनाव में वे लगातार तीसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गए. हालांकि इस दफे उन्होंने बीजू जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था।

पहले भी विवादों में रहे थे मंत्री

वैसे नब दास का नाम सुर्खियों में तब आय़ा था जब वे विधानसभा के अंदर बैठकर पोर्न फिल्म देखते पकड़े गये थे. वाकया 2015 का है. मामला सामने आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें एक हफ्ते के लिए सत्र से निलंबित कर दिया था. बाद में नब दास ने सफाई दी थी कि उन्होंने अपने जीवन में कोई भी एडल्ट वीडियो नहीं देखा है. वे इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे थे और इसी दौरान गलती से पोर्न वीडियो चल गया. बाद में उन्हें जैसे ही इसका पता चला वैसे ही उसे बंद कर दिया।

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