गए थे दुल्हन लाने, भरना पड़ा 8 लाख का जुर्माना…..
बरातियों का हंगामा करना दूल्हे के परिवार वालों को पड़ा भारी
बरातियों का हंगामा करना कभी इतना नुकसान देह और दूल्हे के परिजनों पर भारी बढ़ता है पहली बार आप भी जान पाएंगे। मामलापलामू जिला के सतबरवा का है जहां से बारात गए 50 से ज्यादा बारातियों को रोहतास के अकबरपुर में लड़की पक्ष वालों ने 7 घंटे तक बंधक बनाए रखा। मामला तब बिगड़ा जब शनिवार की रात्रि में निकाह के बाद रविवार को विदाई की रस्म अदायगी के समय बराती – सराती के बीच नास्ते को लेकर लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया फिर क्या था, गांववालों का गुस्सा फूट पड़ा और कुछ बारातियों ने बहस भी की।
दूल्हा समेत सभी बारातियों को बना लिया बंधक
विवाद बढ़ता गया तो गांववालों ने उनके साथ मारपीट कर दी। फिर उन्होंने दूल्हा सहित सभी बारातियों को एक हॉल में बंद कर दिया। बारातियों में कुछ महिलाएं भी थीं, सभी बारातियों का मोबाइल भी गांववालों ने जब्त कर लिया था। बारातियों पर कड़ा पहरा बिठा दिया गया। किसी को भी हॉल से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही थी। बाद में रोहतास पुलिस को सूचना मिली, तो पुलिस ने बारातियों को मुक्त कराया और अकबरपुर बार्डर पार कराया। बारातियों में से कुछ ने बताया कि दुल्हन की विदाई भी नहीं की गयी, उलटे लड़का पक्ष वालों को 8 लाख रुपये हर्जाना देना पड़ा।
अंसारी परिवार के घर से गयी थी बारात, दर्जनों गाड़ियां थी शामिल
मस्जिद मुहल्ले में रहनेवाले अंसारी परिवार के बेटे की निकाह के लिए दर्जनभर चार पहिया वाहनों में सवार होकर बाराती शनिवार को रोहतास जिला के अकबरपुर गए थे। रात में निकाह राजीखुशी से हो गया, अ्गले दिन रविवार की सुबह नास्ते के बाद बारात की विदाई होनी थी। लेकिन बारातियों की सरातियों से नास्ते को लेकर विवाद हो गया छोटी सी बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि बारातियों को 7 घंटे तक बंधक बनाये रखा गया। बारातियों को बंधक बनाए जाने की सूचना रोहतास पुलिस को मिली, तो पुलिस तत्काल अकबरपुर पहुंची. पुलिस ने गांव के प्रबुद्ध लोगों से बातचीत की और विवाद का हल निकालने की कोशिश की. पुलिस ने पहल की तो बधु पक्ष के लोग अपनी शर्तों पर बारातियों को मुक्त करने पर राजी हुए। लड़की पक्ष वालों ने निकाह के बावजूद दुल्हन की विदाई करने से साफ मना कर दिया। वर पक्ष से निकाह में खर्च हुए 8 लाख रुपये देने की बात रखी आखिरकार वर पक्ष वालों को वधु पक्ष को 8 लाख रुपये हर्जाना देना पड़ा। इसके बाद बरातियों को मुक्त किया गया। रविवार शाम 4:30 बजे के करीब सात घंटा बाद बारातियों को रिहा कराने के बाद पुलिस ने अकबरपुर बॉर्डर पार करा दिया। इसलिये कहा तो ये जाता है कि अन्तभला तो सब भला। पर यहां तो सब उल्टापुल्टा ही हो गया। इसलिये बारातियों को भी चाहिये कि वो दोनों पक्ष की बातों को समझे और आनंद ले ताकि किसी को कष्ट न हो।