भारत में लिथियम का विशाल भंडार मिलने से क्या होगा ? 10 जरूरी बातें जानिए
भारत में लिथियम के विशाल भंडार की खोज कई बड़ी समस्याओं की समाधान कर सकता है, साथ ही काफी बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा की भी बचत कर सकता है। आज की तारीख में मोबाइल फोन, लैपटॉप, पावर बैंक, इलेक्ट्रिक कार की बैटरियां बनाने में इसका धड़ल्ले से उपयोग होता है। तो कई रोगों के इलाज में भी यह कारगर है। इसलिए यह देश को आत्मनिर्भर बनाने वाली खोज है। क्योंकि, अभी हम इसके लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर हैं। जबकि, बदलते दौर में पर्यावरण संरक्षण की वैश्विक जिम्मेदारियों के तहत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने में भी लगी हुई है।
भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है लिथियम के भंडार की खोज
गुरुवार को केंद्र सरकार ने पहली बार घोषणा की है कि देश में लिथियम के विशाल भंडार का पता चला है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में 59 लाख टन लिथियम का भंडार पाया गया है। लिथियम के इस विशाल भंडार का पता ऐसे समय में चला है, जब भारत अपने इल्केट्रिक वाहनों की योजना और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बेसब्री से लिथियम समेत कुछ महत्वपूर्ण खनिजों की सप्लाई के संसाधन जुटाने की कोशिशों में जुटा हुआ है।
पहली बार भारत में हुई लिथियम की खोज
1) अब सवाल है कि देश में इस खनिज की खोज इतना महत्वपूर्ण क्यों है। वैसे फिलहाल जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले मे कम से कम 59 लाख टन लिथियम के भंडार होने की बात कही गई है।
2) ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत के किसी भी हिस्से में लिथियम पाया गया हो। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से कहा गया है कि ‘पहली बार जम्मू और कश्मीर (केंद्र शासित प्रदेश) के रियासी जिले के सलाल-हैमाना इलाके में लिथियम के 59 लाख टन अनुमानित संसाधन (G3) स्थापित किया गया है।’
इलाज से लेकर बैटरी उत्पादन तक में उपयोग
3) लिथियम एक हल्की और मुलायम धातु है जिसका इस्तेमाल मेडिकल फिल्ड में बायपोलर डिजॉर्डर के इलाज से लेकर बैटरी के उत्पादन तक के लिए किया जाता है।
4) लिथियम का भंडार मिलने से सरकार को इलेक्ट्रिक वाहनों की योजना को आगे बढ़ाने में बहुत ज्यादा सहायता मिलने की संभावना है।
छोटी बैटरी, लेकिन स्टोरेज क्षमता उतनी ही
5) सरकार इसके लिए लिथियम समेत अन्य धातुओं को ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना जैसे देशों में सुरक्षित करने के लिए सक्रिय कोशिशों में जुटी हुई थी।
6) भारत लिथियम, निकेल और कोबाल्ट जैसे कई खनिजों के लिए मुख्य तौर पर आयात के ही भरोसे है और देश में ही लिथियम का इतना विशाल भंडार मिलना इसके लिए बहुत ही परिवर्तनकारी साबित हो सकता है।
सबसे बड़े भंडार में खनन प्रतिबंधित है
7) खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा है कि चाहे मोबाइल फोन हो या फिर सोलर पैनल, हर जगह ऐसे महत्वपूर्ण खनिजों की आवश्यकता पड़ती है।
8) लिथियम की विशेषता यह है कि इसके इस्तेमाल से बैटरी की साइज बाकियों से छोटी हो जाती है, लेकिन स्टोरेज क्षमता प्रभावित नहीं होती।
9) दुनिया में जितने भी लिथियम के भंडार मौजूद हैं, उनका 50% दक्षिणी अमेरिकी देशों- अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली में मौजूद हैं।
10) विश्व में लिथियम का सबसे बड़ा भंडार बोलिविया के सालार डी उयूनी में है। लेकिन, वहां की सरकार की नियमों के चलते फिलहाल इसका खनन प्रतिबंधित किया गया है। (कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया वीडियो से)