पकड़ा गया अमृतपाल सिंह, 37 दिनों से चल रहा था फरार
कई दिनों से चल रही आंख मिचौली के बाद आज पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले 37 दिनों से फरार था अमृतपाल, पढ़िए गिरफ्तारी की पूरी टाइमलाइन
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पजाब पुलिस ने इसके पैतृक गांव से आज सुबह गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले 37 दिनों से फरार था, उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां लगातार कोशिश कर रही थीं।
पंजाब पुलिस को 37 दिनों तक चकमा देने के बाद अमृतपाल सिंह आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। पुलिस ने पिछले 37 दिनों में 10 शहरों में छापेमारी की है। इस दौरान पुलिस ने कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया।
आज सुबह आखिरकार पुलिस को बड़ी सफलता मिली और उसे मोगा से गिरफ्तार कर लिया गया। रोडेवाल गुरुद्वारे के सिंह साहिब गियानी जसबीर सिंह रोडे ने बताया कि अमृतपाल सिंह शनिवार की रात को आया था। उसने खुद पुलिस को अपनी मौजूदगी के बारे में बताया कि वह रविवार सुबह 7 बजे सरेंडर कर देगा।
पंजाब पुलिस ने इससे पहले अमृतपाल सिंह के कई करीबियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को असम की डिब्रूगढ़ जेल मे बंद किया गया है। अमृतपाल सिंह को भी डिब्रूगढ़ जेल में भी भेज दिया गया है।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की टाइमलाइन
29 सितंबर 2021 को संदीप सिंह सिद्धू जिसे दीप सिद्धू के नाम से भी जाना जाता है, उसने वारिस पंजाब दे को पंजाब के अधिकारों और संस्कृति के लिए लड़ने वाला संगठन बताया
15 फरवरी 2022 को दीप सिद्धू जोकि तिरंगे का अपमान करने की वजह से सुर्खियों में आया था, उसकी सड़क हादसे में मौत हो गई।
29 सितंबर को अमृतपाल सिंह को वारिस पंजाब दे का चीफ घोषित कर दिया गया। दीप सिद्धू की मौत के बाद उसके समर्थकों ने उसे वारिस पंजाब दे का मुखिया घोषित किया।
16 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह, लवप्रीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। यह केस किडनैपिंग, हत्या की कोशिश समेत अन्य मामलों में अजनाला पुलिस ने दर्ज किया था।
17 फरवरी 2023 को लवप्रीत सिंह को अजनाला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने अजनाला पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया और लवप्रीत सिंह रिहा करने का दबाव बनाया।
24 फरवरी 2023 को लवप्रीत सिंह को न्यायिक हिरासत से रिहा कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में आपराधिक केस दर्ज किया।
25 फरवरी 2023 को डीजीपी ने इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक की और अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर क्या कार्रवाई हो इसपर चर्चा की। इसकी चर्चा मुख्यमंत्री संग भी की गई।
2 मार्च 2023 को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी गौरव यादव के साथ अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान अमृतापल सिंह को लेकर पुख्ता योजना बनाई गई।
17 मार्च 2023 को अमृतासर में जी20 की बैठक खत्म होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ ऑपरेशन की शुरुआत की।
18 मार्च 2023 को पुलिस की टीम आठ जिलों में अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए सक्रिय हो गई। अमृतसर, भटिंडा, जालंधर सहित कई जगहों पर पुलिस को चकमा देकर अमृतपाल सिंह फरार हो गया। इसी दिन अमृतपाल के चार समर्थकों को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया और इनके खिलाफ एनएसए के तहत केस दर्ज किया गया।
19 मार्च 2023 को भी अमृतपाल सिंह को पकड़ने की कोशिश जारी रही, पुलिस ने 34 लोगों को हिरासत में लिया।
20 मार्च 2023 को अमृतपाल के अंकल हरजीत सिंह और उनके ड्राइवर ने जालंधर में सरेंडर कर दिया। हरजीत सिंह के खिलाफ भी एनएसए के तहत केस दर्ज किया गया और डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया।
28 मार्च 2023 को अमृतपाल सिंह होशियारपुर में दिखा, यहां वह अपनी दोस्त पापलप्रीत सिंह के साथ दिखा था, लेकिन पुलिस के चंगुल में नहीं आ सका।
10 अप्रैल 2023 को पापलप्रीत सिंह को अमृतसरप में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
23 अप्रैल 2023 को अमृतपाल सिंह जिसके खिलाफ एनएसए के तहत केस दर्ज किया गया था, उसे पुलिस ने मोगा से गिरफ्तार कर लिया और उसे डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया।