कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं झारखण्ड बालिका आवासीय विद्यालयों की छात्राओं ने किया बेहतर प्रदर्शन
260 आवासीय विद्यालयों में से 165 विद्यालयों में शत प्रतिशत छात्रायें हुई उत्तीर्ण
21 विद्यालयों में शत प्रतिशत छात्रायें प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण
अंशु मुण्डा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कांके एवं एवं श्वेता कुमारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, डारी, हजारीबाग की छात्रा ने 95 प्रतिशत हासिल कर राज्य में इन विद्यालयों की श्रेणी में प्राप्त किया प्रथम स्थान
राज्य में संचालित 203 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं 57 झारखण्ड बालिका आवासीय
विद्यालयों का वर्तमान वर्ष में मैट्रिक का परिणाम उत्साहवर्द्धक प्राप्त हुआ है।
इन 260 विद्यालयों से कुल 13851 बालिकाओं ने मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा में भाग लिया था जिसमें से कुल 13735 बालिकायें सफल रही है।
• औसत परिणाम 98.87 फीसदी रहा है जो कि अभी तक का सर्वाधिक प्रतिशत है।
इन 260 विद्यालयों में कुल 165 विद्यालयों का परिणाम शत प्रतिशत रहा है जबकि 86 से 99
प्रतिशत में कुल 95 विद्यालयों ने सफलता हासिल की है।
• वर्तमान वर्ष में 21 विद्यालयों में शत प्रतिशत बालिकाओं ने प्रथम श्रेणी में सफलता हासिल की है जबकि 85 से 99 प्रतिशत में राज्य के 95 विद्यालय सफल हुये है ।
• राँची जिला के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कांके की छात्रा अंशु मुण्डा एवं श्वेता कुमारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, डारी, हजारीबाग राज्य के इन 260 विद्यालयों में सर्वाधिक अंक प्राप्त हुआ है जो कि 95 प्रतिशत है। जबकि द्वितीय स्थान पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय ईचागढ़, सरायकेला-खरसावा की लक्ष्मी सिंह मुण्डा एवं सुश्री प्रीति कुमारी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, बरही, हजारीबाग 94.40 प्रतिशत के साथ रही। वहीं सुश्री पायल कुमारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, बलियापुर, धनबाद की छात्रा 93.80 प्रतिशत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रही।
इंटरमीडियट (विज्ञान) में भी राज्य के चयनित 42 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय शामिल हुये थे। इसमें 1091 बालिकाओ ने भाग लिया था जिसमें कुल 1051 बालिकाओं ने सफलता प्राप्त की है।
इंटर विज्ञान में औसत प्रतिशत 96.33 का रहा है।
23 विद्यालयों में परिणाम शत प्रतिशत प्राप्त हुआ है।
06 विद्यालयों में शत प्रतिशत छात्राये प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुये।
राज्य में संचालित इन आवासीय विद्यालयों में बेहतर पठन-पाठन की व्यवस्था एवं बालिकाओं के सर्वागीण विकास हेतु लगातार कार्य किये जा रहे है। राज्य सरकार के द्वारा इन विद्यालयों के आधारभूत सरंचना के साथ-साथ बालिकाओं के लिये सभी मूलभूत आवश्यकताओं को प्राथमिकता में रखते हुये विभागीय स्तर से कार्य की जा रही है। यह हमारे लिये खुशी की बात है कि यह विद्यालय शैक्षणिक दृष्टि से लगातार बेहतर कर रहे है। बालिकाओं को रोजगार से जोड़ने तथा विभिन्न प्रकार के कैरियर से जोड़ने हेतु कैरियर कॉन्सेलिंग की व्यवस्था की गई है। वर्तमान वर्ष में आयोजित aptitude test में लगभग 7000 बालिकाओं का चयन विभिन्न पाठ्यक्रम हेतु संस्थानों द्वारा किया गया है।
वर्तमान वर्ष का परिणाम अन्य वर्षो की तुलना में सर्वाधिक रहा है। सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के0 रवि कुमार ने शत प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने वाले विद्यालयों के शिक्षिकाओं तथा बालिकाओं के साथ-साथ पूरी टीम को शुभकामना दी है। के0 रवि कुमार द्वारा सभी जिलों को बेहतर परिणाम प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों एवं बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को जिला स्तर पर सम्मानित करने का निदेश दिया गया है। साथ ही जिन विद्यालयों का परिणाम बेहतर प्राप्त नहीं हुआ है, वैसे विद्यालयों की टीम को बेहतर कार्य करने तथा आगामी वर्ष में बेहतर परिणाम प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित किया है। उन्होंने विद्यालय एवं जिला टीम को परिणाम के बेहतरी हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने का निदेश दिया है। के0 रवि कुमार के द्वारा विद्यालयवार परिणाम की समीक्षा की गई है। तथा आवश्यक निदेश जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया गया है। सचिव द्वारा वैसे विद्यालयों की पहचान करते हुये सभी आवश्यक पहल सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। राज्य स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को सम्मानित करने का तथा कमतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को भविष्य में बेहतर करने हेतु ठोस रणनीति बनाने के लिये कार्यशाला आयोजन करने का निदेश दिया गया है।