प्रेम जो न करा दे….. प्यार में कुछ भी कर गुजरने को तैयार नाबालिग प्रेमियों ने खुद के अपहरण की लिखी पटकथा…
चतरा : प्यार जो न करा दे, कभी कभी लोग प्यार में इतना अंधा हो जाते हैं कि वो कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं। कुछ ऐसी ही घटना चतरा जिले में सामने आया है जिसमे प्रेमी द्वारा अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रचने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामला पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र के नोनगांव का है। जहां प्रेमी बादल कुमार साव ने पहले गांव की ही एक नाबालिग युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया और बाद में उसे शादी का झांसा देकर अपने साथ लेकर रफूचक्कर हो गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब युवती के गायब होने के बाद उसके परिजनों ने अपहरण की शंका व्यक्त करते हुए पत्थलगड़ा थाना में आरोपी युवक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। हालांकि आरोपी के पिता के द्वारा भी अपने पुत्र के अपहरण की झूठी शिकायत थाना में दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद मामले की जांच करते हुए पुलिस ने पूरे साजिश से पर्दा हटाया।
सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी ने बताया कि पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र के नोनगांव की एक नाबालिक लड़की के अपहरण की लिखित सूचना विगत 15 जून को प्राप्त हुई थी। युवती के परिजनों के शिकायत के आधार पर प्राथमिक अभियुक्त बादल कुमार साव के विरुद्ध थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करते हुए सिमरिया एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की गई। इस टीम में पत्थलगड़ा थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह, एसआई अंकित कुमार झा व आईआरबी के जवानों को शामिल किया गया था। टीम ने प्रोफेशनल तरीके से मामले की जांच करते हुए जब लड़के के घर वालों से पूछताछ शुरू की तो उसके परिजनों ने आरोपों को निराधार बताते हुए आरोपी बादल के भी अपहरण व गायब होने की बात बताई। एसडीपीओ ने बताया कि इतना ही नहीं आरोपी के पिता के द्वारा अपने बेटे को बचाने के नियत से लगातार पत्थलगड़ा थाना के अलावे वरीय अधिकारियों को पुत्र के अपहरण की झूठी सूचना देकर शिकायत दर्ज कराने का प्रयास भी किया जा रहा था।
सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान ही जांच टीम को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी युवक बादल कुमार हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में रह रहा है। जिसके बाद थाना प्रभारी के नेतृत्व में जांच टीम को आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर विष्णुगढ़ भेजा गया। जहां विष्णुगढ़ थाना पुलिस के सहयोग से आरोपी बादल कुमार को पुलिस ने धर दबोचा। साथ ही मौके से ही अपहृत नाबालिग युवती को भी टीम ने सकुशल बरामद कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी बादल कुमार ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसने नाबालिग प्रेमिका के साथ मिलकर अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रची थी। ताकि कोई हम लोगों का खोजबीन नहीं कर सके। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस दोनों को चतरा ले आई। जहां प्राथमिकी के आधार पर विधिवत रूप से गिरफ्तार कर प्रेमी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वही नाबालिग युवती को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।